दो दिन के प्रवास पर पहुचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, नर्मदा आरती सहित कई कार्यक्रमों में ले रहे हिस्सा
जबलपुर। मध्य प्रदेश के दो दिवसीय दौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को संस्कारधानी जबलपुर पहुचे है। वे सुबह 9ः40 पर डुमना एयरपोर्ट पहुंचे। वे 24 घंटे संस्कारधानी में रहेंगे। मां नर्मदा की महाआरती में शामिल होने वाले देश के पहले राष्ट्रपति होंगे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की। राष्ट्रपति वहां से सीधे सर्किट हाउस पहुंचे। यहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
जबलपुर। मध्य प्रदेश के दो दिवसीय दौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को संस्कारधानी जबलपुर पहुचे है। वे सुबह 9ः40 पर डुमना एयरपोर्ट पहुंचे। वे 24 घंटे संस्कारधानी में रहेंगे। मां नर्मदा की महाआरती में शामिल होने वाले देश के पहले राष्ट्रपति होंगे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की। राष्ट्रपति वहां से सीधे सर्किट हाउस पहुंचे। यहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
जमीन से आसमान तक सुरक्षा
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर जमीन से आसमान तक सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर मानस भवन, ग्वारीघाट, सर्किट हाउस नंबर एक और हाईकोर्ट परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील है। आगमन और प्रस्थान के समय पूरे मार्ग पर पुलिस के जवान मुस्तैद है। 2500 जवानों की तैनात है। आईजी से लेकर डीआईजी, आईपीएस, एएसपी, सीएसपी व डीएसपी स्तर के 70 अधिकारियों की लगे हुये है। ऊंची बिल्डिंगों पर भी जवानों का पहरा लगाया गया है। ड्रोन और सीसीटीवी से भी नजर रखी जा रही है।
इस तरह चलगे कार्यक्रम
मानस में सुबह 11 बजे राज्य न्यायिक अकादमी के डायरेक्टर्स रिट्रीट का शुभारंभ राष्ट्रपति ने दीप प्रज्जवलित कर किया। यहां से वे सर्किट हाउस जाएंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शाम 6ः30 बजे सर्किट हाउस से नर्मदा तट ग्वारीघाट के लिए रवाना होंगे और यहां मां नर्मदा की संध्या महाआरती में शामिल होंगे। वे शाम शाम 7ः30 बजे के बाद मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के लिए जाएंगे और रात्रि भोज के बाद करीब 9 बजे सर्किट हाउस में वापस आएंगे।
ये भी मौजूद
मुख्यमंत्री के साथ आयुष एवं जल संसाधन राज्यमंत्री रामकिशोर कांवरे, विधायक अशोक रोहाणी मौजूद रहे। संभागायुक्त बी चन्द्रशेखर, आईजी भगवत सिंह चौहान, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा भी डुमना विमानतल पर मौजूद थे।