रीवा शटल में हुआ हादसा, चलती ट्रेन में चढ़ना पड़ा भारी, मां और बेटा गिरे
Jabalpur / जबलपुर। जबलपुर (Jabalpur) से रीवा (Rewa) जा रही शटल जैसे ही प्लेटफार्म नम्बर 5 से रवाना हुई की एक हादसा हो गया। चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान महिला का पैर फिसला और वह बेटे के साथ प्लेटफार्म पर गिर गई। वहा मौजूद आरपीएफ के जवानों की तत्परता ने महिला और उसके बेटे को बचा कर नया जीवनदान दिया। वही ट्रेन के यात्रियों ने चैन खींच कर ट्रेन को रोक दिया। महिला और उसका बेटा पूरी तरह सुरक्षित है।
Jabalpur / जबलपुर। जबलपुर (Jabalpur) से रीवा (Rewa) जा रही शटल जैसे ही प्लेटफार्म नम्बर 5 से रवाना हुई की एक हादसा हो गया। चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान महिला का पैर फिसला और वह बेटे के साथ प्लेटफार्म पर गिर गई। वहा मौजूद आरपीएफ के जवानों की तत्परता ने महिला और उसके बेटे को बचा कर नया जीवनदान दिया। वही ट्रेन के यात्रियों ने चैन खींच कर ट्रेन को रोक दिया। महिला और उसका बेटा पूरी तरह सुरक्षित है।
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार जबलपुर रीवा शटल गाड़ी संख्या 01705 अपने निर्धारित समय 7 बजकर 20 मिनट पर रवाना हुई। ट्रेन के रवाना होते ही एक वृद्ध राजकुमारी तिवारी 72 वर्ष अपने बेटे डॉ सुशील तिवारी के साथ ट्रेन में चढने का प्रयास करने लगी। लेकिन ट्रेन की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ती गई और चढने के चक्कर में महिला का पैर फिसल गया। वह अपने बेटे के सहित प्लेटफार्म पर जा गिरी।
आरपीएफ ने बचाई जान
प्रत्यक्षदर्शियों की माने ते महिला जिस समय अपने बेटे के साथ प्लेटफार्म पर गिरी उस वक्त वहां मौजूद आरपीएफ के जवानां ने तत्परता दिखाते हुए महिला और उसके बेटे को खींच लिया। बताया जाता है कि अगर इसमें थोडी देर हो जाती तो दोनों ट्रेन के नीचे जा सकते थे।
मां बेटे ने दिया धन्यवाद
जान बचने के बाद मां और बेटे ने आरपीएफ जवानों का धन्यवाद किया। वही ट्रेन में मौजूद लोगों ने हादसा हुआ देखा तो ट्रेन की चेन खीच दी। बताया जाता है कि ट्रेन करीब 4 मिनट तक प्लेटफार्म पर खडी रही। जिसे बाद में रवाना किया गया। महिला और उसके बेटे ने कहा की वह जीवन में ऐसी गलती नहीं करेंगें।