जबलपुर में एक बार फिर ऑक्सीजन की वजह से रुकी सांसे, गैलेक्सी हॉस्पिटल में 5 कोरोना पेशेंट्स की मौत, मरीजों को तड़पता छोड़ भाग गए डॉक्टर-स्टाफ
5 corona patients died in jabalpur due to disrupted oxygen supply / ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से गत 15 अप्रैल को 5 मरीजों की मौत जबलपुर के मेडिसिटी लाइफ एवं सुख सागर मेडिकल कॉलेज में हुई थी. अब एक बार फिर जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी की वजह से 5 कोरोना पेशेंट्स की मौत हो गई है. साथ ही एक बड़ी ही शर्मनाक बात सामने आई है कि ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने के बाद अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ मरीजों को तड़पता छोड़ रफू चक्कर हो लिए.
आखिर कब तक ऑक्सीजन की वजह से देश में मौतें होंगी? क्या मरीजों के जान की भी कोई कीमत है या फिर ऐसे ही लापरवाही की भेंट चढ़ते रहेंगे?
5 corona patients died in jabalpur due to disrupted oxygen supply / ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से गत 15 अप्रैल को 5 मरीजों की मौत जबलपुर के मेडिसिटी लाइफ एवं सुख सागर मेडिकल कॉलेज में हुई थी. अब एक बार फिर जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी की वजह से 5 कोरोना पेशेंट्स की मौत हो गई है. साथ ही एक बड़ी ही शर्मनाक बात सामने आई है कि ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने के बाद अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ मरीजों को तड़पता छोड़ रफू चक्कर हो लिए.
मामला शुक्रवार की देर रात जबलपुर के गैलेक्सी हॉस्पिटल का है. जहाँ कुल 65 कोविड संक्रमितों का इलाज चल रहा था. इसमें 31 ऑक्सीजन पर थे और ICU में कुल 34 मरीज भर्ती थे.
अचानक देर रात ऑक्सीजन की कमी के कारण 5 मरीजों की साँसे थम गई, और बांकी मरीज तड़पने लगे. ऐसा मंजर देखने के बाद ड्यूटी में तैनात हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ भाग खड़े हुए. बताया जा रहा है अस्पताल प्रशासन कोरोना मरीजों का इलाज तो कर रहा था. लेकिन अस्पताल में ऑक्सीजन का बैकअप तक नहीं था.
परिजनों का हंगामा, मौके पर पहुंची पुलिस
ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से 5 मौते हुई. इसके बाद अस्पताल में परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. काफी आक्रोश में आए परिजनों को शांत कराने के लिए मौके पर पुलिस पहुँच गई.
देर रात ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर पहुंची पुलिस
इसके बाद CSP दीपक मिश्रा समेत कोतवाली, लार्डगंज, विजय नगर, मदनमहल, अधारताल थाने का पुलिस बल मौके पर बुलाना पड़ा. पुलिस की एक टीम अधारताल से ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर अस्पताल पहुंची. तब जाकर रात 3 बजे ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो पाई.
पुलिस ने समझा बुझाकर लोगों को शांत कराने का प्रयास किया. लेकिन परिजन अस्पताल प्रशासन के खिलाफ FIR पर अड़े हुए हैं.