एमपी में आई 3 फीट की गाय जिसके दूध में मिलता है सोना
इंदौर में एक शख्स द्वारा ऐसी गाय लाई गई है जिसका हाइट 3 फीट है। यानी कि यह बकरी के बराबर है। यह गाय लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।
इंदौर में एक शख्स द्वारा ऐसी गाय लाई गई है जिसका हाइट 3 फीट है। यानी कि यह बकरी के बराबर है। यह गाय लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। लोग जहां इस गाय को देखने पहुंच रहे हैं तो वहीं इसके साथ सेल्फी लेने से भी नहीं चूकते। मध्यप्रदेश में लाई जाने वाली इस नस्ल की गाय संभवतः पहली गाय बताई जा रही है। जिस नस्ल की यह गाय है उसके दूध में स्वर्ण तत्व पाए जाने का दावा भी किया जाता है।
सात लाख चुकाई कीमत
इंदौर में गाय पालने के शौकीन सत्तू शर्मा इस गाय को आंध्रप्रदेश से लाए हैं। गाय के साथ एक बछड़ा भी उनके द्वारा लाया गया है। बताया गया है कि यह नस्ल अब देश में विलुप्त होती जा रही है। पुंगनूर गाय आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के गंगनूर में पाली जाती हैं। वहीं से सत्तू शर्मा द्वारा पुंगनूर गाय के साथ बछड़े को सात लाख रुपए कीमत चुकाकर लाया गया है। सत्तू के अनुसार मध्यप्रदेश में इस नस्ल का यह पहला जोड़ा लाया गया है। यहां लाते ही दोनों का नामकरण भी कर दिया गया है। गाय का नाम गंगा रखा गया है जबकि बछड़े का नामकरण शम्भू किया गया है। आंध्रप्रदेश में पुंगनूर गाय का जोड़ा लगभग 25 लाख रुपए तक में बिकता है। हालांकि गायों की उम्र और हाइट के आधार पर इनकी कीमत तय की जाती हैं।
पुंगनूर गाय की विशेषता
गोपालक द्वारा आंध्रप्रदेश से पुंगनूर नस्ल की जो गाय लाई गई है उसकी उम्र 11 माह है। जबकि बछड़े की उम्र साढ़े 5 महीने है। इनकी पूंछ लम्बी होती है जो जमीन को टच कर जाती है। वहीं पुंगनूर के कान बाहर और पीछे की तरफ खड़े रहते हैं। इनका माथा काफी चौड़ा होता है सींग नहीं होती। पुंगनूर गाय सफेद और हल्के भूरे रंग की होती हैं। इनके कमर के हिस्से में छोटा सा कर्व होता है। इनकी ऊंचाई भी अधिकतम 3 फीट तक होती है।
इतनी छोटी कि गोद में उठा लें
1800 किलोमीटर का सफर तय कर आठ दिनों में पुंगनूर गाय को आंध्रप्रदेश से इंदौर लाया गया है। सफर के दौरान रोजाना सुबह गायों को खाना खिलाकर पिकअप पर चढ़ाते और शाम को रुक जाते थे। बताया गया है कि गाय की हाइट इतनी कम है कि उसे गोद में ही उठाया जा सकता है। सत्तू शर्मा की मानें तो इस नस्ल की गाय के दूध में स्वर्ण तत्व पाए जाने का दावा किया जाता है। इसके साथ ही गोमूत्र अन्य गायों के मुकाबले भी मीठा रहता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस नस्ल की गाय का मूत्र 10 रुपए प्रति लीटर बिकता है जबकि गोबर 5 रुपए प्रति किलो तक बेचा जाता है। इतना ही तिरुपति स्थित भगवान वेंकटेश का अभिषेक भी इसी नस्ल की गाय के दूध से किया जाता है। इस नस्ल की गाय का दूध आंध्रप्रदेश में 400 से 500 रुपए लीटर बिकता है।