गुना बस हादसा: परिवहन आयुक्त, कलेक्टर-SP हटाए गए, RTO-CMO सस्पेंड; डंपर की टक्कर के बाद बस में आग लगने से 13 यात्री जिंदा जले थे

एमपी के गुना में बुधवार को बड़ा सड़क हादसा हुआ है। बस और डंपर के बीच जोरदार टक्कर होने के बाद बस पलट गई और उसमें आग लग गई। हादसे में 13 लोगों की जलकर मौत हो गई।;

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Update: 2023-12-28 11:48 GMT
गुना बस हादसा: परिवहन आयुक्त, कलेक्टर-SP हटाए गए, RTO-CMO सस्पेंड; डंपर की टक्कर के बाद बस में आग लगने से 13 यात्री जिंदा जले थे
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Guna Bus Accident, Guna Passenger Bus Fire: एमपी के गुना में बुधवार को बड़ा सड़क हादसा हुआ है। बस और डंपर के बीच जोरदार टक्कर होने के बाद बस पलट गई और उसमें आग लग गई। हादसे में 13 लोगों की जलकर मौत हो गई। 11 शव बस के अंदर और दो गेट के पास मिले हैं, जबकि 16 अन्य लोग भी झुलसे हैं, जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट कराया जाएगा।

हादसे में पीएम मोदी ने दुख जताया है। सीएम मोहन यादव दोपहर साढ़े 12 बजे गुना के जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों से मुलाक़ात की। CM ने RTO रवि बरेलिया और CMO बीडी कतरोलिया को सस्पेंड कर दिया है। आरटीओ को बस के रजिस्ट्रेशन, बीमा और फिटनेस न होने के चलते निलंबित किया गया है, जबकि फायर ब्रिगेड देर से पहुंचने की वजह से चीफ़ म्युनिसिपल ऑफिसर (CMO) सस्पेंड किए गए हैं। इसके बाद मध्यप्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। परिवहन आयुक्त (MP Transport Commissioner) संजय कुमार झा, गुना कलेक्टर तरुण राठी और पुलिस अधीक्षक (SP) विजय कुमार खात्री को हटा दिया गया है। कलेक्टर का अतिरिक्त प्रभार जिला पंचायत सीईओ प्रथम कौशिक को सौंपा गया है।

हादसा बुधवार की रात करीब साढ़े आठ बजे हुआ। गुना से आरोन की तरफ जा रही बस की सामने से आ रहे डंपर से टक्कर हो गई। टक्कर लगते ही यात्रियों से भरी बस पलट गई और उसमें आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसाग्रस्त बस देखते ही देखते आग के गोले में तब्दील हो गई। बस में करीब 30 यात्री सवार थे। जिनमें 13 लोगों की झुलसने से मौत हो गई। जबकि 16 लोग घायल हैं, वे भी झुलसे हुए हैं। उन्हे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 




बस का रजिस्ट्रेशन, बीमा और फिटनेस सब एक्सपायर था

परिवहन विभाग की तरफ से चौकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। हादसाग्रस्त बस का रजिस्ट्रेशन और बीमा नहीं था। फिटनेस सर्टिफिकेट भी एक्सपायर हो चुका था।

मामले में बस मालिक भानु प्रताप सिकरवार, ड्राइवर और डंपर चालक के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की गई है। लेकिन FIR में बस और डंपर के चालकों का नाम नहीं है। केवल गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज किए गए हैं। 

कई शव एक दूसरे से चिपके

हादसे के बाद यात्रियों के झुलसे हुए कई शव एक दूसरे से चिपके हुए हैं। उन्हे उठाने में अंग टूटकर गिर रहें हैं। कुल 13 शव बस के अंदर से मिले हैं। जिनमें 2 गेट के पास से मिले। 9 शव निकाले जा चुके हैं, इनमें 7 एक दूसरे से चिपके हुए हैं। शव ऐसे जले हैं कि उनके घरवाले तक पहचान नहीं पा रहें। 

इधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि घाटी पर चालक न्यूट्रल में डालकर डंपर उतार रहा था। इस दौरान उसका स्टीयरिंग और ब्रेक जाम हो गया और डंपर सीधे सामने से आ रहे यात्री बस से टकरा गया। टक्कर लगते ही बस पलट गई और उसमें आग लग गई। दो-ढाई घंटे के बाद आग पर काबू पाया जा सका। लेकिन तब तक कई जिंदगियां उस बस के साथ झुलस चुकी थीं।

मंत्रालय की बैठक स्थगित, सीएम पहुँच रहें

सीएम मोहन यादव थोड़ी देर में गुना पहुँचने वाले हैं। वे यहां घायलों से मुलाक़ात कर सकते हैं। इससे पहले सीएम मंत्रालय में पीडबल्यूडी और कृषि विभाग कि समीक्षा बैठक करने वाले थे, जिसे स्थगित कर दिया गया है।

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