गौतम अडानी को लेकर संसद में हंगामा! FPO रद्द हुआ तो 10% शेयर और गिर गए
Uproar in Parliament regarding Gautam Adani: RBI ने देश के सभी बैंकों से यह जानकारी मांगी है कि गौतम अडानी को कितना कर्ज दिया गया है
Uproar in Parliament regarding Gautam Adani: अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी को लेकर संसद में खूब हंगामा हुआ. RBI ने देश के उन सभी बैंको से अडानी को दिए कर्ज की जानकारी मांगी जिनसे अडानी ने लोन लिया है. उधर फुली सब्स्क्राइब्ड FPO के कैंसिल होने से अडानी ग्रुप के शेयरों में 10% की और गिरावट देखने को मिली है.
लोकसभा और राज्यसभा में इस मामले को लेकर जांच की मांग उठाई गई है. इस दौरान विपक्ष ने खूब हंगामा मचाया जिससे दोनों सदनों की कार्रवाई को स्थगित कर दिया गया. बुधवार को अडानी ग्रुप ने 20 हज़ार करोड़ रुपए के FPO को रद्द कर दिया था. कंपनी ने ये भी कहा था कि इन्वेस्टर्स का पैसा वापस लौटाया जाएगा। बुधवार को अडानी इंटरप्राइजेस का शेयर 26.70% गिरकर 2,179.75 पर बंद हुआ था। यही वजह थी कि अडाणी ग्रुप ने FPO वापस लेने का फैसला लिया।
अडानी ने खुद बताया FPO वापस क्यों लिया
Hindenburg की रिपोर्ट आने के बाद और शेयरों में गिरावट होने के बाद गौतम अडानी खुद सामने आए. उन्होंने अपने इन्वेस्टर्स के लिए एक वीडियो मैसेज दिया। उन्होंने अपने इन्वेस्टर्स का धन्यवाद करते हुए कहा-
'पिछले हफ्ते स्टॉक में हुए उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी के बिजनेस और उसके मैनेजमेंट में आपका भरोसा हमारे लिए आश्वासन देने वाला है। मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है। बाकी सब कुछ सेकेंडरी है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है। बोर्ड ने महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।'
अडानी ग्रुप ने एक प्रेस रिलीज करते हुए भी अपने इन्वेस्टर्स को सन्देश दिया है. इस प्रेस रिलीज में कहा गया है कि-
भविष्य में होने वाले किसी फाइनेंशियल लॉस से इन्वेस्टर्स को बचाने के लिए बोर्ड ने तय किया है कि इस FPO के साथ आगे नहीं बढ़ेंगे। हम अपने लोगों को रिफंड देने के लिए अपने बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (BRLM) के साथ काम कर रहे हैं। हमारी बैलेंस शीट इस समय बहुत मजबूत है। हमारा कैश फ्लो और एसेट सिक्योर है। साथ ही कर्ज चुकाने का हमारा रिकॉर्ड सही रहा है।
हमारे इस फैसले से हमारे मौजूदा ऑपरेशंस और भविष्य की हमारी योजनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम लॉन्ग टर्म वैल्यू क्रिएशन पर फोकस रखना जारी रखेंगे और हमारी ग्रोथ आंतरिक संसाधनों से मैनेज की जाएगी। जैसे ही बाजार स्थिर होगा हमारी कैपिटल मार्केट स्ट्रेटजी का रिव्यू करेंगे। हमें पूरा भरोसा है कि हमें आपका सहयोग मिलता रहेगा। हम पर भरोसा रखने के लिए धन्यवाद।'