जापान भारत में निवेश करेगा 3.2 लाख करोड़, पीएम मोदी और जापानी पीएम किशिदा ने 6 समझौतों में हस्ताक्षकर किए

Japan will invest 3.2 lakh crore in India: अगले 5 सालों में जापान भारत में 3.2 लाख करोड़ का निवेश करेगा

Update: 2022-03-20 10:06 GMT

Japan will invest 3.2 lakh crore in India: शनिवार 19 मार्च को जापान के प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा पहली बार भारत आए, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया और भारत की संस्कृति से उन्हें अवगत कराया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी के साथ फुमियो किशिदा का स्वागत किया और. भारत जापान के बीच 14 वां वार्षिक शिकार सम्मलेन का आयोजन किया गया. 

जापान के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी से दोनों देशों के रिश्तों को सुधारने के लिए सुरक्षा और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर बैठक की, इस दौरान जापान के पीएम ने यूक्रेन-रूस जंग पर भी अपनी बात कही और भारत को भी साथ देने के लिए कहा. 

जापान इंडिया में 3.2 लाख करोड़ इन्वेस्ट करेगा 

बताया गया है कि जापान अगले 5 सालों में भारत में 3.2 लाख करोड़ रुपए इन्वेस्ट करेगा। दोनों पक्षों ने भारत-जापान के 6 समझौतों पर अपने हस्ताक्षकर किए, जिमसे साइबर सुरक्षा, सतत विकास, वाटर मैनेजमेंट, क्लीन एनर्जी जैसे समझौते शामिल हैं. बता दें कि मुंबई-एहमदबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में जापान ही भारत की मदद कर रहा है। जापान अगले 5 सालों में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, कम्युनिकेशन और फार्मा में निवेश करेगा। दोनों पीएम ने शनिवार को 5G, टेलिकॉम नेटवर्क सुरक्षा, सबमरीन केबल सिस्टम के क्षेत्रों में एक दूसरे की मदद करने पर चर्चा की. 

जापानी पीएम ने भारत आकर क्या कहा 

जापान के प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने भारत और जापान की संस्कृति को बढ़ावा देने की बात कही, उन्होंने भारत की कला, नृत्य और कल्चर की खूब तारीफ की वहीं यूक्रेन रूस पर उन्होंने कहा-"भारत और जापान दोनों मौजूदा संकट का एक शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं. हमने यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की. हमें इस मामले को मजबूत इरादे के साथ देखने की जरूरत है. मैंने नरेंद्र मोदी से कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में यथास्थिति को किसी को भी बलपूर्वक बदलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए."

पीएम मोदी ने क्या कहा 

"हमने द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों को साझा किया है. हमने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपना समन्वय बढ़ाने का फैसला लिया है. भारत-जापान आर्थिक साझेदारी में पिछले कई सालों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. जापान भारत में सबसे बड़े निवेशकों में एक विश्वस्त साथी है. हम इस योगदान के लिए बहुत आभारी हैं."



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