GST: नए साल में जनता को सरकार की तरफ से महंगाई का तोहफा, जूता, चप्पल, कपडे, मोबाइल, टीवी सब कुछ महंगा होने वाला है
gift of inflation: जब नई-नई भाजपा सरकार बनी थी तब सब को लगता था अब सबकुछ सस्ता हो जाएगा, लेकिन सरकार तो टैक्स पर टैक्स बढ़ाए जा रही है
GST: नए साल में मोदी सरकार देश की जनता को एक बार फिर से हमेशा की तरह महंगाई का तोहफा देने वाली है, अच्छे दिन के इंतज़ार में लोगों की आंखे पथरा गईं हैं लेकिन कम्बख्त अच्छे दिन हैं कि उन्हें आना मंजूर ही नहीं। तो अगले साल से जूता,चप्पल, कच्छे, बनियान, कपडे, टीवी, मोबाइल सहित जरूरत की सभी चीज़ों को महंगे दाम में खरीदने के लिए तैयार ही जाइये, सरकार ने GST में टैक्स 5 से बढ़ा कर 12% जो कर दिया है।
सब महंगा हो रहा है बॉस
कच्चे माल कीमतों में बढ़त और इनपुट लागत बढने से कंपनियां अब इसका पूरा ठीकरा जनता पर डालने वाली है, टेलेविज़न, स्मार्टफोन, रेफ्रिजिटर, AC, की कीमतों में अगले महीनों तक 5 से 6% की वृद्धि होने वाली है. 'रुको थोड़ा सबर करों' अगले महीने के बाद अगले साल जनवरी और फरवरी के बाद इनकी कीमतों में 10 से 12% इजाफा हो जाएगा। यानी के जो मोबाइल आप अभी 20 हज़ार का लेते हैं वो अगले साल तक आपको 22 हाज़र का मिलने लगेगा।
काहे इतनी महंगाई बढ़ने वाली है
परिधान निर्यातक उच्च लागत को आगे बढ़ाने के लिए बड़े ब्रैंड्स के साथ नेगोशिएशन कर रहा है, भारत के ख़राब कारण उत्पादन और आपूर्ति में बुरा असर पड़ा है और इससे फसलों को भी नुकसान हुआ है। इसी के चलते तो बासमती चावल जैसे अन्य खाद्य पदार्थ पहले ही महंगे हो चुके हैं। भारत से निर्यात और आयात करने वाले कन्टेनर भी 10 से 12 हज़ार डॉलर गया था। हालाँकि अभी किराया 5 से 15%कम चल रहा है। इसी साल जनवरी में इसका किराया 3000 से 4000 डॉलर के बीच में था।
यार्न की कीमतें भी बढ़ गई
अपैरल इंडस्ट्री के लिए सबसे बड़ी दिक्क्त की बात है बढ़ती हुई यार्न की कीमतें। पिछले एक साल में यार्न की प्राइज़ 60% से ज़्यादा बढ़ गई है। इससे प्रोडक्स की कीमतें अपने आप बढ़ जाती हैं .व्यापारियों का कहना कि कंटेनर्स की डिमांड बहुत ज़्यादा है लेकिन सप्लाई कम हो रही है, कंटेनर की डिमांड एक हफ्ते में पूरी हो रही है।
यही नहीं अभी और सुनिए
अच्छे दिन के सपने दिखाने वाली मोदी सरकार ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी के GST को 5% कर 12% कर दिया है। टैक्स का ये नया बदलाव 1 जनवरी 2020 से लागू होना है। टैक्स बढ़ा कर जनता के सिर में महंगाई का पहाड़ डालने का श्रेय सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ इनडाइरेक्ट टैक्स एंड कस्टम को जाता है।
अभी रुको और महंगाई तो सुन लो
टैक्स बढ़ने से आप को अगले साल रेडिमटेड माल जैसे कपडे, जूते महंगे हो जाएंगे। प्रोडक्ट के लिए भी GTS 7% और बढ़ा दिए जाएगा। टेक्सटाइल आइटम की कीमत बढ़ा कर 1000 रुपए पर पीस कर दी गई है। इसके अलावा सिंथेटिक यार्न, ढेर के कपडे, कंबल,तंबू, गलीचा और किसी भी कीमत का जूता में लगने वाला 5% टैक्स अब बढ़ कर 12% हो गया है। हालाँकि कुछ सिंथेटिक यार्न के GST दरों को कम करते हुए 18 से 12% कर दिया गया है।