भारत में शराब की खपत और सरकार को मिलने वाले रेवेन्यू के आंकड़े आपके होश उड़ा देंगे
Alcohol consumption in India 2022: भारत में हर साल लाखों लोगों की मौत सिर्फ शराब पीने से होती है, यह बैन नहीं होती क्योंकि सरकार को इससे तगड़ा रेवेन्यू मिलता है
भारत में शराब की खपत: बिहार में शराबबंदी है फिर भी यहां रहने वाले लोगों को कहीं न कहीं से देसी दारु मिल ही जाती है. सिर्फ दिसंबर के महीने में बिहार में जहरीली शराब पीने से 70 से अधिक लोगों की मौत हुई है. शराब जहरीली हो या सरकारी ठप्पे वाली दोनों की शराब पीने वालों की मौत का कारण बनती है. भारत में शराब पीने से मरने वालों की संख्या सालाना तौर पर ढाई लाख है. फिर भी सरकार अल्कोहल बैन नहीं करती है क्योंकि इससे मिलने वाले रेवेन्यू से ही देश का डेवलपमेन्ट होता है.
भारत सरकार को शराब से कितना टैक्स मिलता है
How much tax does the government of India get from liquor: भारत सरकार को सालाना मिलने वाले रेवेन्यू का 15% हिस्सा शराब बिकी से मिलने वाले टैक्स से मिलता है. यह अमाउंट इतना बड़ा होता है कि हज़ारों लोगों को करोड़पति बना सकता है. RBI की रिपोर्ट कहती है कि यूपी और कर्नाटक सरकार का 20% रेवेन्यू शराब बिक्री से होता है. जब कोरोना के चलते लॉकडाउन लगाया गया था तब शराब की दुकानें बंद थीं ऐसे में राज्यों को बहुत नुकसान हुआ था. और जब लॉकडाउन हटा था तो पहले ही दिन यूपी में 100 करोड़ रुपए से ज़्यादा की दारु बिक गई थी
भारत में कितने लोग शराब पीते हैं
How many people drink alcohol in india: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की माने तो भारत की 20% आबादी शराब का सेवन करती है. जिसमे 19% पुरुष और 1% महिलाएं हैं. शराब पीने वाले ज़्यादातर पुरुष गांव से ताल्लुख रखते हैं और देसी ठर्रा पीते हैं. कहा जाता है कि गांव में रहने वाले 20% शराब पीते हैं जबकि 17% शहरी पुरुष दारु का सेवन करते हैं.
40 से 64 उम्र की 29.50 लाख महिलाएं शराब का सेवन करती हैं जबकि इस उम्र के 3.88 करोड़ मर्द शराब पीते हैं. जबकि 65 के ऊपर पुरुष, महिला को मिलाकर 57.70 लाख लोग दारु पीते हैं. कुलमिलाकर भारत में शराब पीने वाले लोगों की संख्या 14 करोड़ के करीब है. 1990 से लेकर 2022 तक भारत में शराब पीने वाले लोगों की संख्या 26% तक बढ़ी है. 2020 तक 15 से 29 साल की 54 लाख महिलाएं और 8 करोड़ पुरुष शराब का सेवन करते हैं.
भारत में सालाना कितने लीटर शराब पी जाती है
How many liters of alcohol is consumed annually in India: आंकड़े बताते हैं कि भारत में सालाना 5 अरब लीटर शराब पी जाती है. जिसमे से 40% से अधिक अवैध होती है. देहात में अवैध शराब पीने वालों की संख्या ज़्यादा है. WHO का कहना है कि भारत में सालाना खपत होने वाली शराब का 50% हिस्सा अवैध होता है
बिहार राज्य की बात करें जहां शराब बैन है वहां 2016 से लेकर नवंबर 2022 तक सवा दो करोड़ लीटर अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है. बिहार में शराब कानून तोड़ने को लेकर अबतक 6.7 लाख लोगों को गिरफ्तार किया गया है. FICCI की रिपोर्ट की माने तो भारत में अवैध शराब की बिक्री से सरकार को सालाना 15,262 करोड़ रुपए का नुकसान होता है. भारत में अवैध शराब का कारोबार 23,466 करोड़ का है. यह इससे ज़्यादा भी हो सकता है
शराब पीने से भारत में कितनी मौतें होती हैं
Death Cases Due Alcohol Consumption In India: भारत में जहरीली और इंलिश दारु पीने से सालाना 2.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है. सरकार के निर्देश हैं कि दारू की बोतल में 'शराब पीना जानलेवा है' लिखना अनिवार्य है मगर अगर सरकार को लोगों की इतनी ही चिंता है तो इसे बैन क्यों नहीं कर देती?
सरकार शराब बैन क्यों नहीं करती
गुजरात और बिहार में शराब पर बैन है, लेकिन दारु देश के विकास के लिए बेहद जरूरी है. इससे मिलने वाले टैक्स से ही भारत में इंफ्रास्ट्रचर और अन्य डेवलपमेन्ट होते हैं. इसी लिए सरकार चाहकर भी इसे बंद नहीं कर सकती। बल्कि सरकार को यही चाहती है कि ज़्यादा से ज़्यादा शराब का सेवन हो मगर इसे वह खुले तौर पर कह नहीं सकती