ट्विटर ब्लू सर्विस 12 दिसम्बर को होगी रिलॉन्च, एचडी वीडियो भी कर सकेंगे अपलोड
ट्विटर के ऑफिशियल हैंडल पर किए गए ऐलान के मुताबिक ट्विटर अपनी ब्लू सर्विस को 12 दिसम्बर से रिलॉन्च करने जा रहा है। जिसमें सरकार, कंपनियों और और आम लोगों को अलग-अलग रंग के बैज रहेंगे।
ट्विटर के ऑफिशियल हैंडल पर किए गए ऐलान के मुताबिक ट्विटर अपनी ब्लू सर्विस को 12 दिसम्बर से रिलॉन्च करने जा रहा है। जिसमें सरकार, कंपनियों और और आम लोगों को अलग-अलग रंग के बैज रहेंगे। ब्लू सब्सक्रिप्शन सर्विस में सरकार को ग्रे चेक, कंपनियों को गोल्ड चेक और आम नागरिकों को ब्लू टिक मिल सकेगा।
8 डॉलर प्रति माह चुकानी होगी कीमत
अगर आपके द्वारा भी वेब पर ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपको प्रति माह 8 डॉलर कीमत अदा करनी होगी। वहीं एपल के आईओएस पर इसे खरीदा जाता है तो इस सेवा की कीमत बढ़ जाएगी। जिसके लिए आपको 11 डॉलर कीमत प्रति माह अदा करनी होगी। बीते दिनों ट्विटर के नए बॉस एलन मस्क द्वारा इस टैक्स के बारे में बताया गया था। एपल की ओर से लिया जाने वाला 30 प्रतिशत टैक्स आईओएस पर इसके महंगे होने का कारण बताया गया है। भारत में कुछ ट्विटर यूजर्स को 10 नवंबर की रात ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए एपल ऐप स्टोर पर पॉप-अप मिला। इसमें ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन की मासिक कीमत 719 रुपए बताई गई। हालांकि अभी आधिकारिक कीमत की जानकारी सामने नहीं आई है।
ब्लू सब्सक्रिप्शन में मिलेगी यह सुविधाएं
ट्विटर की ब्लू सब्सक्रिप्शन सेवा में यूजर्स को ट्विट एडिट करने, 1080पी यानी एचडी क्वालिटी में वीडियो अपलोड करने की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही रीडर मोड और एक ब्लू चेकमार्क भी मिलेगा। वहीं रिप्लाई, मेंशन और सर्च में प्रायोरिटी सुविधा मिल सकेगी। वहीं सामान्य यूर्स से 50 प्रतिशत कम ऐड दिखेंगे और नए फीचर्स में भी प्रायोरिटी मिलेगी। ब्लू चेकमार्क नंबर को भी वेरिफाई किया जाएगा। किन्तु अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अकाउंट के रिव्यू की प्रक्रिया क्या होगी। ट्विटर के अनुसार सरकारी और मल्टीलेटरल अकाउंट के लिए ग्रे चेकमार्क होगा। जबकि बिजनेसेज के ऑफिशियल लेबल को गोल्ड चेकमार्क से बदला जाएगा। ब्लू सब्सक्रिप्शन के बाद सब्सक्राइबर अपना हैंडल, डिस्प्ले नाम या प्रोफाइल फोटो भी बदल सकेंगे। लेकिन यदि उनके द्वारा ऐसा किया जाता है तो उनके अकाउंट का फिर से रिव्यू होने तक अस्थायी रूप से ब्लू चेकमार्क हट जाएगा। जबकि मस्क के टेकओवर से पहले ब्लू चेक मार्क केवल राजनेताओं, प्रसिद्ध हस्तियों, पत्रकारों और अन्य सार्वजनिक हस्तियों के लिए रिजर्व था। जिसे लेने के लिए सरकार की ओर से जारी आईडी जमा करने समेत कई चीजें शामिल रहती थीं।