Kiev: Russia Ukraine War में अबतक क्या हुआ, 10 फ्लाइट्स से वापस लौट रहे 2 हाज़र भारतीय
Kiev Russia Ukraine War: रूसी सेना का यूक्रेन में हमले का आज सातवा दिन है, बहुत तबाही हो चुकी है
Kiev Russia Ukraine War: बीते एक सप्ताह से यूक्रेन और रूस की जंग चल रही है, दोनों देशों को जानमाल की बहुत हानि हुई है, फिर भी यह जंग ख़त्म नहीं हो रही है बल्कि रूस यूक्रेन पर परमाणु हथियार और वैक्यूम बॉम्ब के इस्तेमाल की धमकी दे रहा है. अबतक क्या हुआ, आज क्या हो रहा और आगे क्या हो सकता है इसके बारे में अपन जानेंगे।
- रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव और खार्कीव पर लगातार हमला कर रही है
- रशियन सेना ने बुधवार को खर्कीव में एक हॉस्पिटल में हमला कर दिया और खर्कीव में तक रूस का पूरी तरह कब्ज़ा हो गया है
- रूसी सेना ने खेर्सोन शहर में भी कब्ज़ा कर लिया है
- मंगलवार रात को रूसी सेना ने कीव के टीवी टावर में मिसाइल से हमला किया जिससे 5 आम नागरिकों की मौत हो गई.
- रूस ने यूक्रेन के कीव, अखतिरका, खर्कीव, लुहांस्क, खेर्सोन, क्रीमिया, मेलिटोपोल में लगातार हमला कर राह है और जल्द ही कीव में भी रूसी सेना का कब्ज़ा हो जाएगा
यूक्रेन क्या दावे कर रहा है
यूक्रेन का दावा है कि उसने अबतक 5300 से ज़्यादा रूसी सैनिकों को मारा है
यूक्रेन की फ़ौज और सिविलियन सोल्जर्स ने 151 टैंक, 29 एयरक्राफ्ट, 29 हेलीकाप्टर को मार गिराया है
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार का कहना है कि अबतक यूक्रेन में 94 आम लोगों की मौत हुई है जिसमे 35 बच्चे हैं
मोदी सरकार ने 6000 भारतीयों को निकाला
अब यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए चल रहे ऑपरेशन गंगा में देश की वायु सेना भी शामिल हो गई है, इंडियन एयर फ़ोर्स 2 मालवाहक विमान C-17 बुधवार को सुबह हिंडन एयरबेस से उड़ान भर चुके हैं. वहीं एक वायुसेना का विमान यूक्रेन की मानवीय सहायता के लिए रवाना हुआ है। यह विमान एक साथ 400 भारतीयों को वापस ला सकता है। इंडियन एयर फ़ोर्स का कहना है कि एक दिन में 4 विमान उड़ाए जाने तैयारी है। अबतक 6000 भारतीयों सुरक्षित भारत वापस लाया जा चुका है। देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने 3 दिनों में 26 फ्लाइट्स भेजने के निर्देश दिए हैं. बुधवार को 10 फ्लाइट्स से 2305 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है
सिंधिया गए रोमानिया
भारतीयों की वासपी की व्यवस्था देखने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया गए हुए हैं, उन्होंने वहां माल्डोवा के राजदूत से मुलाकात की और भारतीय स्टूडेंट्स से भी मिले और उनके लिए वापसी के सारे इंतजाम की व्यवस्था कराई।