काबुल में कब्जा करने के 48 घंटे बाद तालिबान ने अपने इरादे दुनिया के सामने रखे, महिलाओं के संबंध में कही ये बातें...
काबुल में कब्जा करने के 48 घंटे बाद तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने तालिबान के इरादों को दुनिया के सामने रखा है. उसने तालिबान की रणनीति के बारे में भी जिक्र किया है. साथ ही कहा है कि अफगान में किसी भी दूतावास को कोई ख़तरा नहीं है.
अफगानिस्तान (Afghanistan) अब तालिबानी हो चुका है. काबुल (Kabul) में कब्जा जमाने के 48 घंटे बाद तालिबान (Taliban) ने अपने इरादे दुनिया के सामने रखें. वहीं तालिबानी नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Mullah Abdul Ghani Baradar) अफगानिस्तान के शहर कंधार (Kandahar) की भी खबर आ रही है. तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने तालिबान के इरादों को दुनिया के सामने रखा है. उसने तालिबान की रणनीति के बारे में भी जिक्र किया है. साथ ही कहा है कि अफगान में किसी भी दूतावास को कोई ख़तरा नहीं है.
दूसरे देशों के दूतावास पूरी तरह सुरक्षित: तालिबान
तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने तालिबान ने कहा है कि दूसरे देशों के किसी भी दूतावास को कोई ख़तरा नहीं है. उसने दावा किया है कि सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है. तालिबानी लड़ाके सभी जगह तैनात हैं. मुजाहिद का कहना है कि विदेशी दूतावासों की सुरक्षा उनके लिए अहम है और वे यह संकल्प लेते हैं कि दूतावास पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे.
अपने नेता के आदेश पर सभी को माफ़ कर दिया है: तालिबान
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने कहा, उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है और अपने नेता के आदेश पर सभी को माफ कर दिया है. मुजाहिद का कहना है कि वे जल्द ही एक ऐसा समझौता करेंगे, जिसके जरिए देश में इस्लामी सरकार की स्थापना होगी.
लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं
मुजाहिद का कहना है कि काबुल के बाहरी इलाके में पहुंचने के पहले ही दिन उन्होंने अपनी सेना को शहर में एंट्री करने से रोक दिया था, लेकिन कुछ लोगों ने हालात का दुरुपयोग किया और लोगों को लूटने का प्रयास किया. लेकिन अब लोग सुरक्षित महसूस कर रहे होंगे.
अफगानिस्तान से किसी देश को कोई खतरा नहीं होगा
मुजाहिद का कहना है कि इस्लामिक अमीरात (Islamic emirate) दुनिया के तमाम देशों से वादा कर रहा है कि अफगानिस्तान से किसी देश को कोई खतरा नहीं होगा. अफगानिस्तान में मूल्यों के आधार पर नियमों को लागू करने का अधिकार है, इसलिए अन्य देशों को इन नियमों का सम्मान करना चाहिए.
महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं
इस्लाम के आधार पर महिलाओं को उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए मुजाहिद ने कहा, महिलाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में जहां जरूरत हो वहां काम कर सकती हैं. महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा.