सिंगरौली का किसान खेत में लगाएगा सोलर प्लांट: विद्युत कंपनी को बेंचेगा बिजली, ₹55 लाख तक होगी सालाना आमदनी

#PMKusumYojna: एमपी के सिंगरौली में कोटिया गांव के रामेश्वर लगाएंगे एक मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट।

Update: 2024-02-08 07:25 GMT

एमपी की ऊर्जाधानी सिंगरौली में विद्युत उत्पादन करने वाली रिलायंस, एनटीपीसी जैसी बड़ी कंपनियों के बाद, एक नया चेहरा सामने आया है। यहां के किसान भी बिजली बेचने का मौका पा रहे हैं। इसका उदाहरण, वैढ़न विकासखंड के कोटिया गांव के किसान रामेश्वर जायसवाल द्वारा प्रस्तुत किया गया है।

रामेश्वर ने अपने गांव में खाली 3 एकड़ जमीन पर सोलर पॉवर प्लांट लगाने का निर्णय लिया है, जिसकी क्षमता एक मेगावाट होगी। इस परियोजना को प्रोत्साहित करने के लिए उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की पीएम कुसुम योजना का समर्थन प्राप्त किया है, जिसके तहत प्लांट की लागत 5 करोड़ रुपए होगी। यह राशि उन्हें बैंक से लोन के रूप में मिलेगी।

इस सोलर पॉवर प्लांट से हर रोज बनने वाली एक मेगावाट बिजली को कर्सुआलाल विद्युत सब स्टेशन को सप्लाई करेगा, जिससे लगभग एक हजार घरों को बिजली पहुंचेगी। इस अनुबंध के अनुसार, किसान को प्रति यूनिट 3.07 रुपए का भुगतान मिलेगा, जिससे उनकी महीने की आमदनी को 4.60 लाख रुपए तक बढ़ावा मिलेगा।

यह परियोजना किसान को सकारात्मक प्रभाव देगी, क्योंकि उसे एक साल बाद 3 लाख रुपए की किस्त में लोन चुक्ता करना होगा, लेकिन इससे उसकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और उसे एक नई स्रोत से आय आने लगेगी। इस परियोजना से स्थानीय समुदाय में रोजगार का अवसर बनेगा, क्योंकि सिक्योरिटी गार्ड, एक इंजीनियर, और एक हेल्पर को वेतन मिलेगा।

35 वर्षीय किसान रामेश्वर ने 12वीं तक की पढ़ाई की है और वर्तमान में कृषि के साथ ही बकरी और मुर्गी पालन का व्यवसाय भी चला रहा है। उनका गाँव, कोटिया, जो जिला मुख्यालय से 25 किमी की दूरी पर है, वहां के अपने घर से केवल 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। रामेश्वर के पास 3 एकड़ की जमीन है, जो पैतृक होने के बावजूद अनुपयोगी थी। इस परिस्थिति को देखते हुए उन्होंने निर्णय लिया कि वह इसमें सोलर प्लांट लगाकर बिजली बनाए और उपयोगी बनाएं।

ऐसे समझें गणित

  • 3 एकड़ की जमीन पर एक मेगावाट का सोलर प्लांट लगाने में 5 करोड़ का खर्च आएगा।
  • यह राशि किसान को पीएम कुसुम योजना के तहत बैंक उपलब्ध करा रही है। 
  • इस प्लांट से पैदा होने वाली बिजली को किसान अनुबंध के तहत 3.07 रुपए प्रति यूनिट के दर पर विद्युत कंपनी को बेचेगा। 
  • प्रतिदिन 5 हजार यूनिट बिजली की पैदावार होगी। 
  • इससे किसान को 15,350 रुपए की आमदनी होगी। महीने में 4 लाख 60 हजार 500 रुपए की आमदनी होगी। 
  • 4,60,500 रुपए में से किसान 3 लाख रुपए प्रतिमाह बैंक की ईएमआई भरेगा। इसके बाद उसे बचत में 1,60,500 रुपए आएगे। 
  • सोलर प्लांट से किसान सालाना 55,26,000 रुपए की कमाई करेगा। 
  • एक साल में 36 लाख रुपए की किस्त भरने के बाद उसके पास 19 लाख 26 हजार रुपए की बचत होगी।

कोटिया गांव के किसान को बैंक से सोलर पॉवर प्लांट लगाने के लिए ऋण स्वीकृत हुआ है। आवश्यक प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही ऋण उपलब्ध करा दिया जाएगा। - नितिन पटेल, एलडीएम सिंगरौली

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