एमपी के सीधी में ओपन गोदाम में नष्ट हो गया हजारों क्विंटल गेहूं, कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण
सीधी- खाद्य विभाग की लापरवाही के कारण जनपद क्षेत्र मझौली के ओपन गोदाम में रखा हजारों क्विंटल गेहूं नष्ट हो गया।
सीधी- खाद्य विभाग की लापरवाही के कारण जनपद क्षेत्र मझौली के ओपन गोदाम में रखा हजारों क्विंटल गेहूं नष्ट हो गया। नष्ट हो चुका खाद्यान्न कहां जाएगा, इसकी जिम्मेदारी किसकी है इस बारे में विभाग के अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
बताया गया है कि गोदाम में भंडारण किए गेहूं के सुरक्षा की जिम्मेदारी विभाग की होती है। प्रति क्विंटल के मान से रखरखाव के नाम पर गोदाम प्रबंधन को विभाग द्वारा भारी-भरकम बजट भी दिया जाता है। बजट को कागजों में ही खर्च कर दिया गया। खानापूर्ति के लिए सस्ती पन्नियों से एक परत में ही गेहूं को ढक दिया गया। जिससे बरसात में पॉलीथीन खराब हो गई और पानी बोरियों के अंदर चला गया। संक्रमण से समीप ही रखी अन्य बोरियां भी खराब होने लगी और गेहूं सड़ कर नष्ट हो गया।
विभाग की भूमिका संदिग्ध
सूत्रों की माने तो खराब गेहूं के बारे में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को बता दिया गया था, लेकिन विभाग ने अभी तक इस संबंध में अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की। तहसीलदार मझौली वीके पटेल ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मामला संज्ञान में आया है, इसकी जांच कराई जाएगी। जिससे खराब गेहूं कार्डधारकों के पास न पहुंचे।
जांच और कार्रवाई की मांग
गेहूं के खराब होने का पता चलता ही स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। बताते हैं कि इस मामले में लापरवाह अधिकारी सहित अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाय। इसके लिए ग्रामीणों ने जांच कमेटी गठित करने और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कलेक्टर द्वारा जांच का आश्वासन दिया गया है। इतना ही नहीं कलेक्टर ने कहा है कि जांच में दोषी पाए जाने वालों को बख्सा नहीं जाएगा।