अजब एमपी की गजब सड़क: 18 साल बाद भी नही बन सकी सीधी-सिंगरौली हाईवे, आवागमन पर रोक
Sidhi Singrauli Highway News: सिंगरौली से सीधी नेशनल हाईवे को नही मिल सकी सड़क
Sidhi Singrauli Highway News: विंध्य सहित दो जिलों को जोड़ने वाली सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवें-39 सड़क मार्ग का निर्माण कार्य 18 वर्षो में भी पूरा नही हो पाया। खस्तहाल, उड़ती धूल और अनगिनत गड्ढो के बीच बहता पानी ही इस नेशनल हाईवें मार्ग की पहचान अब बन गया है।
कलेक्टर ने आवागमन पर लगा रखी है रोक
सिंगरौली से सीधी के बीच कंडम हो चुकी सड़क की दयनीय हालत एवं हादसो से वाहनों को बचाने के लिए कलेक्टर ने इस सड़क पर आवागमन प्रतिबंधित किए है। जिससे यह मार्ग अब तो सेवा भी नही दे पा रहा है, जबकि हाईवे का यह अति महत्वपूर्ण मार्गो में से एक है। जिससे यूपी-बिहार एवं छत्तीसगढ़ राज्यों के वाहन सफर करते है।
दरअसल कलेक्टर राजीव रंजन मीणा ने आदेश जारी कर देवसर तहसील स्थित सजहर घाटी क्षेत्र की सड़कें धंस गई हैं। जिससे दुर्घटना या जाम लग सकता है। इसी कारण सीधी से सिंगरौली बैढ़न की ओर बहरी देवसर बरगवां आने वाले भारी वाहनों के संचालन पर पूर्णता रोक लगाई गई है। खबरों के तहत हाईवे का निर्माण तिरुपति बिल्डिकॉन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कर रही है।
प्रस्तावित है फोरलेन सड़क
दरअसल सीधी से सिंगरौली तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य प्रस्तावित है, लेकिन सड़क निर्माण अधूरा होने के कारण सड़क की हालत लगातर बद से बदत्तर हो गई। सड़क पर कई आधा फीट से गहरे गड्ढे हो गए हैं। निर्माण एजेंसी भी क्वालिटी को दरकिनार कर कराए गए कार्य पर कार्रवाई नहीं कर पा रही।
8 वर्ष पूर्व सड़क का हो जाना था निर्माण
सीधी-सिंगरौली फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य 8 वर्ष पूर्व यानि की वर्ष 2014 में पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन कंपनी की ढुलमुल कछुआ निमार्ण के चलते यह सड़क नही बन पाई और इसकी हालत खराब हो गई।
वर्जन
सड़क निर्माण को लेकर बराबर समीक्षा की जा रही है। मय स्वयं 15 दिन में बैठक लेकर इसको पूरा करने के लिए बात कर रही हूं। यह महत्वपूर्ण परियोजना है। जो भी कठिनाई है उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।