Sidhi News: बच्चे को बचाने खूंखार तेंदुए से भिड़ गई मां, जबड़े से छीन लाया अपने कलेजे के टुकड़े को...
सीधी में बेटे के लिए तेंदुए से भिड़ी मां.
सीधी। कहते मां अपने बच्चें को बचाने के लिए मौत से भी लड़ जाती है। ऐसी ही कहावत को एमपी के सीधी जिले की एक महिला ने चरितार्थ कर दिया। वह अपने बच्चे को बचाने के लिए खूखार तेदुएं से भिड़ गई और उसके पंजे से अपने बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया।
यह मामला सीधी जिले के कुसमी ब्लाक अंतर्गत टाइगर बफरजोन टम्सार के बाड़ी झारिया गांव का है। तेदुए के हमले से घायल मां बच्चे को ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जंहा दोनो की हालत सामान्य बताई जा रही है।
अलाव ताप रहे थी मां-बच्चा
बताया जा रहा है कि सोमवार को बाड़ी झारिया गांव निवासी किरण बैगा अपने 8 वर्ष के बच्चे के साथ अलाव ताप रही थी। इसी बीच खूखार तेदुआ पीछे से आ गया और बच्चे को जबड़े में पकड़ कर खीच लिया और वह जंगल वह बच्चे को लेकर जंगल की तरफ भाग खड़ा हुआ।
काल के मुंह में पहचे बच्चे को बचाने के लिए किरण समय गंवाए बिना वह बड़ा से डंडा लेकर उसके पीछे दौड़ पड़ी और तेदुए से भिड़ गई। पहले तो वह ड़डे से हमला की और फिर हाथ से भी मुकाबला करते हुए बच्चे को खीच लिया। इस दौरान तेदुआ किरण पर भी हमला कर दिया, हांलाकि इसी बीच ग्रामीण डंडे आदि लेकर पहुच गए और तेदुआ मां-बच्चे को छोड़कर जंगल में भाग खड़ा हुआ।
भोजन की तलाश में पहुच रहे जंगली जानवर
दरअसल जंगलों में रहने वाले ये खूखार जंगली जानवर भोजन की तलाश करते हुए बस्तीयों में पहुच रहे है। वे मानव को भी अपना आहर बना रहे है। ज्ञात हो कि सीधी जिला काफी जंगलों और पहाड़ो से घिरा हुआ है। जंहा जंगली जानवर विचरण करते है। वहां रहने वाले गोड़-बैगा आदिवासी वर्ग के लोग आज भी ऐसा जोखिम भरा जीवन जी रहे है।