एमपी: सीधी के महुआ की इंग्लैंड में डिमांड, आदिवासियों की बदलेगी किस्मत

सीधी (Sidhi) के जंगलो में होने वाले महुआ की मांग इंग्लैड में बढ़ रही है। जिससे वहां पौष्टिक आहर बनाया जाएगा

Update: 2022-09-07 00:13 GMT

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी जिले (Sidhi District) के जंगलों में होने वाला महुआ किसी औषधी से कम नही है और उसमें मौजूद तत्वों की परख इंग्लैंड में की गई है। जानकारी के तहत महुआ में मौजूद पौष्टिक आहर से कई तरह के न सिर्फ लाभ है बल्कि कई बीमारियों को ठीक करने में महुआ रामबाण ईलाज के रूप में सामने आ रहा है। यही वजह है कि इंग्लैड की एक कंपनी ने सीधी के महुआ को खरीदने के लिए आर्डर किया है।

20 टन महुआ जाएगा इंग्लैड

जानकारी के तहत इंग्लैड की फॉरेस्ट कंपनी ने सीधी के कुसमी और चमराडोर के जंगलों में होने वाले महुआ की जांच करवाई थी और महुआ में मिले तत्वों के चलते पहली बार 20 टन महुआ का आर्डर किया है, जबकि समूह के लोगो को महुआ के रख-रखाव की जानकारी कंपनी के लोगो द्वारा दी जाएगी। जिससे वे महुआ को सही तरीके से तैयार करगें। उसे अच्छी कीमत पर कंपनी खरीदेगी।

एक माह पूर्व ली थी जानकारी

बताया जाता है कि इस साल हुई खरीदी में सीधी में सर्वाधिक 4650.76 क्विंटल महुआ लिया गया है। फॉरेस्ट कंपनी के डायरेक्टर दीपम और तकनीकी विशेषज्ञ अनिल पटेल करीब 1 महीने पहले सीधी आए हुए थे। ग्राम पंचायत चमराडोल में स्व सहायता समूह की महिलाओं व प्रधानमंत्री वन बंधन समिति से बात की है। अगले साल 300 टन महुआ की खरीद की जाएगी।

महुआ से बनेगा एनर्जी ड्रिक

आजीविका मिशन के प्रबंधक पुष्पेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि इंग्लैंड में महुआ का उपयोग चीनी की वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में किया जाएगा। महुए से एनर्जी ड्रिंक, बिस्किट, लड्डू के साथ पौष्टिक खाद्य सामग्री तैयार की जाएगी।

आदिवासियों की बदलेगी किस्मत

सीधी के जंगल महुआ के पेडो से पटे हुए है। महुआ को आदिवासी वर्ग एकत्रित करता है। बताया जाता है कि अभी तक महुआ से शराब बनाने का काम किया जाता रहा है, तो वही विदेशों में इसकी मांग बढ़ने से अब महुआ की अच्छी कीमत यहां के लोगो को मिलेगी। जिससे आदिवासी वर्ग के लिए महुआ एक बड़े रोजगार के रूप में सामने आएगा और उनकी आर्थिक स्थित को बेहतर बनाने में कारगर होगा।

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