दो राज्यों की जोड़ने वाली सड़क का हाल बेहाल, गड्ढों में तब्दील, भरा रहता है पानी

सतना। मध्यप्रदेश के तराई क्षेत्र के चित्रकूट विधानसभा अंतर्गत पिण्ड्रा से बरौंधा जवारिन सड़क के हाल इस कदर हैं कि कहा जाए तो गड्ढे पर सड़क है अथवा सड़क पर गड्ढे हैं, कुछ समझ में नहीं आता। जबकि यह सड़क मध्यप्रदेश के तराई क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के साथ-साथ मध्यप्रदेश से उत्तरप्रदेश के गांवों एवं शहरों से जोड़ने वाली सड़क है जो इन दिनों तालाबों में तब्दील होती जा रही है।;

Update: 2021-06-29 11:29 GMT

सतना। मध्यप्रदेश के तराई क्षेत्र के चित्रकूट विधानसभा अंतर्गत पिण्ड्रा से बरौंधा जवारिन सड़क के हाल इस कदर हैं कि कहा जाए तो गड्ढे पर सड़क है अथवा सड़क पर गड्ढे हैं, कुछ समझ में नहीं आता। जबकि यह सड़क मध्यप्रदेश के तराई क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के साथ-साथ मध्यप्रदेश से उत्तरप्रदेश के गांवों एवं शहरों से जोड़ने वाली सड़क है जो इन दिनों तालाबों में तब्दील होती जा रही है।

बता दें कि इस सड़क का मरम्मत कार्य हुआ ही नही जबकि सड़क के निर्माण के बाद मरम्मत कार्य के कई बिल  लगाकर पैसा निकाल कर बंदर बाट कर हजम भी कर लिया गया। इन दिनों इस सड़क से निकलना यानी मौत का निमंत्रण देना है चूंकि सड़क पर डामर और  कंक्रीट के बगैर इस समय बोल्डर और बड़े-बड़े गड्ढे जिनमें बरसात का पानी भर जाने के कारण गड्ढे नहीं दिखते हैं जिससे किसी भी समय कोई भी घटना घट सकती है। लेकिन विभागीय अमले को कितनी भी घटनाएं होती रहे उन्हें इससे कोई लेन देन नही है इन्हें सिर्फ ऑफिस में बैठकर आराम फरमाना और फर्जी तरीके से मरम्मत कार्य के बिल बना कर पैसा निकाल कर बंदरबांट कर लेना। क्योंकि इनके मरम्मत कार्य सिर्फ कागजों में होते हैं।

वही इन दिनों विभागीय अमला बरसात के समय में कुल 5 किलोमीटर की बिना मानक के सड़क का मरम्मत कार्य कराया गया और वह भी बरसात के समय पर जबकि बरसात के सीजन पार्क या बारिश के समय पर डामर और कंक्रीट का काम पूरी तरह से बंद होता है वही लोक निर्माण विभाग के एसडीओ और उच्च अधिकारियों की मिलीभगत कर बारिश के समय पर मरम्मत डामरीकरण किया जा रहा है और मानक के अनुरूप मरम्मत कार्य के समय सड़क पर जितने भी गड्ढे हो उन्हें बराबर करवाने के बाद मरम्मत कार्य करवाना चाहिए लेकिन यहां मानक के अनुरूप कार्य नही कराया जा रहा।

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