SATNA : कानून व्यवस्था बेहाल, सलामत नहीं है जनता, सिर्फ भगवान ही सहारा

सतना। जब दिन दहाड़े राह चलते लोग सुरक्षित न हों तो समझ लेना चाहिए कि अब सिर्फ भगवान का ही सहारा है। सतना पुलिस की असफलता जनता के लिए आफत बन गया है। जब देखा जहां देखो, वहां हो रहा है अपराध। भला यह कैसा राम राज्य है जहां प्रजा के ऊपर आए दिन संकट के बादल निमित्त हो जाते हैं। सतना जिले में कोलगवां और कोतवाली थाना हमेशा सुर्खियों में बना रहता है।

Update: 2021-07-12 11:14 GMT

सतना। जब दिन दहाड़े राह चलते लोग सुरक्षित न हों तो समझ लेना चाहिए कि अब सिर्फ भगवान का ही सहारा है। सतना पुलिस की असफलता जनता के लिए आफत बन गया है। जब देखा जहां देखो, वहां हो रहा है अपराध। भला यह कैसा राम राज्य है जहां प्रजा के ऊपर आए दिन संकट के बादल निमित्त हो जाते हैं। सतना जिले में कोलगवां और कोतवाली थाना हमेशा सुर्खियों में बना रहता है।

शनिवार की रात कोलगवां थाना क्षेत्र और कोतवाली थाना क्षेत्र में लगातार बड़ी आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं उसके बाद भी थानों के टीआई पुलिस की दहशत नहीं बना पा रहे हैं। काम चलाऊ व्यवस्था के कारण आम जनता यहां पर अपने आपको असुरक्षित महसूस करने लगी है। दिन रात जिस तरह के अपराध लगातार इन थाना क्षेत्र में सामने आ रहे हैं, उससे पुलिस व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े होने लगे हैं।

पुलिस अधीक्षक अपराध मुक्त समाज की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं पर अफसोस सुस्त रवैये तक सीमित रहने वाले अधिकारी एसपी के मंसूबों को पूरा नहीं होने देना चाहते। कुछ दिनों पहले इसी कोलगवां थाना क्षेत्र में बरदाडीह में अपराधियों ने आर्मी रिटायर्ड के घर से नगदी और लाइसेंशि पिस्टल पार कर दिया था। उस मामले में भी कोलगवां थाना पुलिस कोई तीर नहीं मार पाई है।

बता दें कि लगातार सामने आने वाली घटनाओं को देखते हुए जिले के मुखिया को आत्ममंथन करने की जरूरत है जिससे थाना सही तरीके से पुलिसिंग व्यवस्था को लागू कर सके। घटनाओं के सिलसिले को नजर अंदाज करना पुलिस के लिए ही भारी साबित हो सकता है। आखिर दोनों थाना क्षेत्र में कैसी पुलिसिंग चल रही है कि अपराधियों में किसी तरह का खौफ नहीं है। थाना प्रभारी गंभीर और सक्रिय अधिकारियों में गिने जाते हैं और उसके बाद भी घटनाओं का दौर न थमना सवालों को जन्म देता है। काश सट्टा जैसी मुस्तैदी हमारी पुलिस दूसरी घटनाओं के मामले में भी दिखा पाती।

बताया जाता है कि चोर उचक्कों का पूरा गिरोह सुबह से मौके की तलाश करने अपने साथियों को लेकर निकल पड़ता है। वही बजरहा टोला नशे के अवैध कारोबार के लिए फेमश है, जहां उन्हें मामला ढुलमुल नजर आया तो पलक झपकते ही कहानी हो जाती है। शनिवार की रात बिरला कालोनी में चाकू चला तो कोतवाली के खेरमारी रोड में गोली चल गई।

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