SATNA : प्रधानमंत्री की तारीफ के बाद पलटने वाली है गांव की काया, वर्तमान के हाल ऐसे कि एक बार कोई गांव के रास्ते चला जाय तो दोबारा कभी नहीं जाएगा

सतना। जिले के उचेहरा जनपद क्षेत्र अंतर्गत अतरवेदिया गांव के किसान की तारीफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विगत दिवस रेडियो के माध्यम से की गई। मानो उस गांव की काया ही पलट गई है। जिले के सांसद किसान से मिलने पहुंच गये। लेकिन फिलहाल के हालात देख लें तो विकास की असलियत सामने आ जाएगी। इस गांव के रास्ते अगर कोई व्यक्ति एक बार चला जाये तो दोबारा उस मार्ग से वह कभी भूलकर भी नहीं निकलेगा।;

Update: 2021-07-01 12:32 GMT

सतना। जिले के उचेहरा जनपद क्षेत्र अंतर्गत अतरवेदिया गांव के किसान की तारीफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विगत दिवस रेडियो के माध्यम से की गई। मानो उस गांव की काया ही पलट गई है। जिले के सांसद किसान से मिलने पहुंच गये। लेकिन फिलहाल के हालात देख लें तो विकास की असलियत सामने आ जाएगी। इस गांव के रास्ते अगर कोई व्यक्ति एक बार चला जाये तो दोबारा उस मार्ग से वह कभी भूलकर भी नहीं निकलेगा।

यहां के हाल वर्तमान में भी ऐसे हैं कि कोई दूसरी बार जाने के बारे में भी सोचकर डर जाए। यहां पहुंचना किसी परिश्रम से कम नहीं है। रामलोटन ने अपनी लगन और मेहनत से जहां विभिन्न प्रकार की औषधीय पौधोंए जड़ी बूटियों को संग्रहित करने के साथ घर में देसी म्यूजियम बनाया है जिससे प्रेरणा लेने देश के किसानों को खुद प्रधानमंत्री ने कहा। रामलोटन के कार्य की सराहना करते हुए इसकी प्रशंसा मन की बात में जबसे प्रधानमंत्री ने की है तब से उसके गांव में आने.जाने वालों का तांता लगा हुआ है। लेकिन जो भी व्यक्ति वहां जा रहा है। वह दूसरी बार वहां जाने की नहीं सोच रहा। इसका कारण हैए गांव में उसके घर तक पहुंचने के लिए पक्का रास्ता ना होना।

यहां आजादी के बाद से अब तक पक्की सड़क नहीं बनी है। जबकि यह स्थान जिला मुख्यालय से मात्र 25 किलोमीटर दूर है। यह हाल खुद सतना के सांसद गणेश सिंह ने जब देखा तो उनका माथा ठनक गया और अगले ही दिन जिला निर्माण और निगरानी समिति की बैठक में मुद्दा उठा दिया और अधिकारियों को ग्रामीण सड़क योजना के माध्यम से तत्काल सड़क निर्माण कार्य कराने निर्देश दिए।

रामलोटन के गांव अतरवेदिया खुर्द जाने के लिए उचेहरा से रास्ता है लेकिन गांव तक पहुंचने के बाद यह रास्ता खत्म होता जाता है और फिर जिस जगह किसान रामलोटन की बगिया है वहां तक तो रास्ता है ही नहीं। गांव के लोगों की भी आस अब रामलोटन की वजह से जागी है कि यहां निर्माण तेजी से होगा और बिजली, पानी व सड़क की सुविधा गांव के लोगों को मिल सकेगी।

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