Tons Waterfall: रीवा जिले में ढाई वर्ष से बंद टोंस वाटर फॉल पर्यटकों के लिए फिर खुलेगा, कर सकेंगे दीदार
Rewa News: एमपी रीवा के वन परिक्षेत्र सिरमौर अंतर्गत आने वाले टोंस वाटर फॉल को एक बार फिर से खोलने की तैयारी वन विभाग द्वारा की जा रही है। जिसके बाद पर्यटक यहां पहुंचकर दीदार कर सकेंगे।;
Tons Waterfall: एमपी रीवा के वन परिक्षेत्र सिरमौर अंतर्गत आने वाले टोंस वाटर फॉल को एक बार फिर से खोलने की तैयारी वन विभाग द्वारा की जा रही है। जिसके बाद पर्यटक यहां पहुंचकर दीदार कर सकेंगे। इसको लेकर वाटर फॉल में तैनात स्टाफ को ट्रेनिंग के लिए भोपाल भेजा गया है। लगभग ढाई साल पहले इस टोंस वाटर फॉल में हुए एक हादसे के बाद वन विभाग ने इस वाटर फॉल को बंद कर दिया था। खास बात यह है कि इसको बंद किए जाने के बाद भी पर्यटक यहां चोरी छिपे आते रहते थे। जिसके बाद यहां वन विभाग ने वन कर्मियों की तैनाती कर दी थी। वन कर्मियों को तैनात किए जाने के बाद पर्यटकों का यहां आना बंद हो गया।
गत वर्ष भी किया गया था प्रयास
उल्लेखनीय है कि विभाग ने इस वाटर फॉल को शुरू करने का प्रयास विगत वर्ष भी किया था लेकिन इसका संचालन शुरू नहीं हो सका। सूत्रों की मानें तो वन विभाग की मंशा थी कि वन समितियों के हाथ में टोंस वाटर फॉल का संचालन दे दिया जाए। इसके लिए वन समितियों को पत्र लिखकर प्रस्ताव भी मंगाए गए थे लेकिन किसी भी समिति ने संचालन के लिए प्रस्ताव नहीं भेजा। अब इसका संचालन एक बार फिर शुरू करने की कवायद की गई है। जहां टोंस वाटर फॉल में तैनात स्टाफ को ट्रेनिंग के लिए भोपाल भेजा गया है। माना जा रहा है कि मुख्यालय स्तर पर वाटर फॉल शुरू करने की प्रक्रिया की जा रही है। बता दें कि इसके संचालन की जवाबदारी भले ही वन समितियों को दिए जाने वन अधिकारियों ने तैयार की थी लेकिन वन समितियों ने इसके लिए कोई रुचि नहीं दिखाई और इस योजना को ही बंद कर दिया गया।
बनाया जाएगा खूबसूरत
बताया गया है कि वन कर्मियों को यह ट्रेनिंग भोपाल में दी जा रही है। वाटर फॉल में आने वाले पर्यटकों से किस तरह का व्यवहार रखा जाए। साथ ही पर्यटकों के माध्यम से जो राजस्व आएगा उसे किस मद में भेजना है या उपयोग करना है, सूचना विवरण बोर्ड कहां लगाए जाने हैं, पर्यटकों को वाटर फॉल तक पहुंचने में दिक्कत न हो, इसके अतिरिक्त वाटर फॉल खूबसूरत बनाने क्या-क्या नया किया जा सकता है यह जानकारी भी वन कर्मियों को ट्रेनिंग के दौरान दी जाएगी। यही नहीं वन विभाग द्वारा इस वाटर फॉल में पर्यटकों को लुभाने क्या-क्या नवाचार किया जा सकता है इस पर भी काम किया जाएगा।