रीवा नगर निगम में बजट बैठक में हंगामा, मारपीट हुई; कुर्ते फाड़ें
रीवा नगर निगम परिषद की बजट बैठक में कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों के बीच हुई हिंसक झड़प हुई है.;

रीवा नगर निगम परिषद की बजट बैठक में कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों के बीच तीखी झड़प हुई, जिसके कारण मारपीट की स्थिति पैदा हो गई। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पार्षद एक-दूसरे से हाथापाई करते और कपड़े फाड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बजट बैठक में हंगामा
बैठक के दौरान, एक कांग्रेस पार्षद ने कथित तौर पर गंगाजल बताकर अन्य पार्षदों पर पानी छिड़क दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। बीजेपी पार्षदों ने इस पानी को बाथरूम का गंदा पानी बताया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों के बीच इस हाथापाई के कारण परिषद की बैठक बाधित हो गई। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि महापौर और निगम अध्यक्ष को हस्तक्षेप करके बीच-बचाव करना पड़ा।
बीजेपी का आरोप
बीजेपी पार्षदों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस महापुरुषों का सम्मान नहीं करती है। दरअसल, बैठक में महापुरुषों की मूर्तियाँ स्थापित करने का प्रस्ताव था, और बजट में इन मूर्तियों के नाम शामिल थे।
जब बजट पर चर्चा शुरू हुई, तो बीजेपी पार्षद समीर शुक्ला ने कहा कि बजट पुस्तिका में प्रस्तावित मूर्तियों की स्थापना में परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद, महात्मा गांधी, यमुना प्रसाद शास्त्री सहित 15 महापुरुषों के नाम शामिल हैं।
समीर शुक्ला ने विरोध जताते हुए कहा कि वे इस बजट की "अर्थी" निकालते हैं। बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस से माफी की मांग की, जिस पर महापौर अजय मिश्रा ने इसे एक लिपिकीय त्रुटि बताया।
पार्षद का आरोप
वार्ड-19 के बीजेपी पार्षद समीर शुक्ला ने आरोप लगाया कि उनकी जान लेने की कोशिश की गई और महापौर ने उनके साथ मारपीट की। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ पूर्व नियोजित तरीके से किया गया था।
गंगाजल विवाद
बीजेपी पार्षदों की माफी की मांग पर अड़े रहने के कारण सदन में भारी हंगामा हुआ, जिसके बाद नगर निगम अध्यक्ष ने कुछ समय के लिए सदन की कार्यवाही रोक दी। कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर, कांग्रेस पार्षद मनीष नामदेव एक बोतल में पानी लेकर आए और कथित तौर पर उसे गंगाजल बताते हुए सभी पार्षदों और अध्यक्ष पर छिड़कने लगे, जिससे सदन में फिर से हंगामा शुरू हो गया।
हंगामा इतना बढ़ गया कि पार्षदों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। स्थिति को नियंत्रण से बाहर होता देख, नगर निगम अध्यक्ष ने अंततः कार्यवाही को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया।
नेताओं के बयान
कांग्रेस पार्षद मनीष नामदेव ने कहा कि यह हंगामा सुनियोजित था और उन पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि वह ओबीसी समुदाय से हैं। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर आंदोलन करेंगे।
वहीं, वार्ड-18 से बीजेपी पार्षद अंबुज रजक ने आरोप लगाया कि वरिष्ठ पार्षद दीनानाथ वर्मा पर गंगाजल बताकर बाथरूम से लाया गया गंदा पानी डाला गया, जो पूरी तरह से गलत था और यहीं से लड़ाई शुरू हुई।