रीवा: धान व्यापारी किसानों का पैसा देनें में कर रहा आनाकानी
रीवा (विपिन तिवारी) । शासन द्वारा निर्धारित धान खरीदी केंद्रों में व्याप्त अव्यवस्था का शिकार किसानों को होना पड़ रहा है। खरीदी केंद्रों की अव्यवस्थाओं से परेशान किसान अपनी फसल साहूकारों को देनें के लिए मजबूर होता है। जहां न उसे फसल का उचित दाम मिलता न ही सुरक्षा कई बार किसान लूट का भी शिकार हो जाता है।
ऐसा ही मामला त्योंथर तहसील के ग्राम डीही का है। जहां किसानों से धान खरीदने के सात महीने बाद भी व्यापारियों द्वारा किसानों का पैसा चुकता नहीं किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक 23 दिसम्बर 2019 को डीही निवासी कृपाशंकर शुक्ल पिता नागेश्वर प्रसाद शुक्ल एवं राजकरण यादव पिता मिठाई लाल यादव किसानद्वय द्वारा कोरांव प्रयागराज यूपी के व्यापारियों के हाथों अपनी धान की फसल बेंची गई थी।
किसानों ने बताया कि धान खरीदने बाले व्यापारी शिवनाथ केशरवानी पिता रामचन्द्र केशरवानी और विश्वनाथ केशरवानी का धान खरीदी के समय क्षेत्र में आना जाना हुआ करता था। उसी दौरान ग्राम डीही के इन किसानों से व्यापारियों ने धान खरीदने की बात कही।
कृपाशंकर शुक्ल और राजकरण
यादव दोनों किसानों की तैयार धान की फसल को उक्त व्यापारियों ने खरीदी कर भुगतान महीने भर के अंदर करने की बात कही। दोनों किसानों से व्यापारियों ने साढ़े चार लाख से ज्यादा कीमत की धान खरीदी की है। तय समय बीत जाने के बाद जब किसानों ने अपने पैसे की माँग की तो व्यापारियों ने लटकाना चालू कर दिया। दस दिन में देंगे एक हफ्ता में देंगें करते करते महीनों बीत गये किसान भुगतान के लिये चक्कर काटते रहे और व्यापारी आनाकानी करते रहे।इसी दौरान छब्बीस जून 2020 को किसानों ने जब अपने फसल के भुगतान की बात व्यापारियों से की तो पैसा देनें के बजाय व्यापारी किसानों से अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए किसानों के साथ गाली गलौज की।पीड़ित गरीब किसानों ने व्यापारियों से अपने फसल की कीमत दिलाने व दोषी व्यापारियों पर कार्रवाई करने की प्रशासन से गुहार लगाई है।
हमने एक सौ बारह कुंटल धान कोरांव के व्यापरियों को बेंची जिसका पैसा माँगने पर व्यापारीगण गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देते हैं।( पीड़ित किसान कृपाशंकर शुक्ला ग्राम डीही)दिसम्बर माह में विष्णुभोग धान शिवनाथ केशरवानी और उसके साथियों ने खरीदा था। आज तक भुगतान नही हुआ। अपराधी प्रवृत्ति के व्यापारी पैसा माँगने पर मारने की धमकी देते हैं।( पीड़ित किसान, राजकरण यादव ग्राम डीही )