रीवा पुलिस ने किया अंधी हत्या का खुलासा: बेटों ने की थी पिता की हत्या, पत्नी ने भी साथ दिया था; पोस्टमार्टम से खुला राज
16 नवंबर को चोरहटा थाना अंतर्गत खड्डा में हुई अंधी हत्या का खुलासा रीवा पुलिस ने किया है। अधेड़ की हत्या उसके बेटों ने की थी, इस पर पत्नी ने भी साथ दिया था।
Rewa News: मध्यप्रदेश के रीवा जिले के चोरहटा क्षेत्र के खड्डा गांव में हुई एक अंधी हत्या का खुलासा सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी ने किया है। बीते दिनों यहां एक शख्स का शव पाया गया था। पुलिस को मामला संदिग्ध लगा, जिस पर जांच शुरू की गई। अंत में हत्या का खुलासा हुआ, जो चौंका देने वाला था। शख्स की हत्या उसके बेटों ने की थी और पत्नी ने साथ दिया था।
दरअसल, 16 नवंबर की सुबह चोरहटा क्षेत्र के खड्डा गांव में रामानन्द नामक शख्स का शव उसके घर के सामने मिला था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की तो मृतक के शरीर में गंभीर घाव के निशान मिलें। पुलिस ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए और मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल भेजवा दिया। पुलिस ने परिजनों के बयान लेने शुरू किए। मृतक के बेटों और पत्नी का बयान मेल नहीं खाए। इस पर पुलिस का शक और तेज हो गया।
पहले मृतक की पत्नी और दोनों बेटों ने बताया कि रामानन्द रोजाना शराब के नशे में घर आता था। 15 नवंबर की देर रात भी वह शराब के नशे में घर आया और घर के बाहर ही सो गया होगा। सुबह उन्हे जानकारी हुई कि रामानन्द का शव घर के बाहर पड़ा हुआ है। इसी बयान पर पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस ने सख्ती का रास्ता अपनाया तो सारा सच बाहर आ गया और रामनन्द की हत्या से पर्दाफाश हुआ।
पुलिस की सख्त पूछताछ में मृतक के दोनों बेटों और पत्नी ने सच कबूलना शुरू किया। पुलिस ने बताया कि मृतक रामानन्द शराब का आदी था, वह रोजाना शराब के नशे में घर आता और परिजनों से झगड़ा करता था। 15 नवंबर की रात भी ऐसा ही हुआ। वह अपने बेटों और पत्नी से झगड़ने लगा। काफी देर तक विवाद हुआ इसके बाद बेटों ने मिलकर पिता की डंडे से पिटाई कर दी, फिर उसका गला घोंट दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
बेटों और पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने की साजिश रची
रीवा सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी ने बताया कि अपराध से बचने के लिए आरोपी दोनों बेटों ने साजिश रची। इस साजिश में उनकी मां यानि मृतक की पत्नी ने भी बेटों का साथ दिया। मृतक के परिजनों ने देर रात उसके शव को घर के बाहर फेंक दिया और अंदर चले गए। सुबह आसपास के लोगों ने शव देखा था। तब मृतक के बेटे और पत्नी घर से बाहर निकले और स्थानियों के सामने अंजान बनते हुए रोना-धोना शुरू कर दिए।
सीएसपी ने बताया कि पत्नी ने साक्ष्य मिटाने में बेटों का साथ दिया और आरोपियों ने झूठी कहानी गढ़कर पुलिस को गुमराह करने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन पीएम कि रिपोर्ट आने के बाद मामले की परत-दर-परत खुलनी शुरू हो गई।