REWA : पुलिस के प्रयास से ठगी का शिकार हुई पीड़िता के खाते में वापस आये रुपये

रीवा। खातों से रुपये गायब करने वाले बदमाशों का गिरोह जिले भर में सक्रिय है। किसी न किसी बहाने लोगों को अपने झांसे में लेकर जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और फिर खातों में जमा रुपये गायब कर देते हैं। इसी तरह का एक मामला रीवा शहर के समान थाने का सामने आया है जहां 7 मई 2021 को पीड़िता सुषमा कुशवाहा निवासी चौरसिया धर्मकाटा के पास थाना समान में एक लिखित आवेदन पत्र पेश किया कि उसके खाते से 5 मई 2021 को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पे के माध्यम से खाते में पैसा डालने के नाम पर सात बार ट्रान्जेक्सन कर कुल 80,000 रूपये अपने खाते में ठगी करके डाल लिया है।

Update: 2021-05-27 09:35 GMT

रीवा। खातों से रुपये गायब करने वाले बदमाशों का गिरोह जिले भर में सक्रिय है। किसी न किसी बहाने लोगों को अपने झांसे में लेकर जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और फिर खातों में जमा रुपये गायब कर देते हैं। इसी तरह का एक मामला रीवा शहर के समान थाने का सामने आया है जहां 7 मई 2021 को पीड़िता सुषमा कुशवाहा निवासी चौरसिया धर्मकाटा के पास थाना समान में एक लिखित आवेदन पत्र पेश किया कि उसके खाते से 5 मई 2021 को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पे के माध्यम से खाते में पैसा डालने के नाम पर सात बार ट्रान्जेक्सन कर कुल 80,000 रूपये अपने खाते में ठगी करके डाल लिया है।

आवेदन प्राप्त होने पर थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार गुप्ता ने आवेदन पत्र जांच हेतु कार्यवाहक प्रधान आरक्षक 480 विनोद तिवारी थाना समान को दिया। जिसके बाद तत्परता दिखाते हुये खाते से हुये ट्रान्जेक्सन के बारे में आवेदिका के यूनियन बैंक शाखा से जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा कुल सात बार में 80,000 रूपये की रकम अपने एयरटेल पेमेन्ट बैंक के खाते में डलवाया है।

एयरटेल पेमेन्ट बैंक को पत्र लिखकर एवं फोन के माध्यम से संपर्क कर खाते को होल्ड कराया गया तथा 20 दिन के अंदर आवेदिका के खाते में पूरी रकम पुलिस के प्रयासों से वापस आ गई। जिसके बाद पीड़िता के खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

आवेदिका ने समान थाना पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही किये जाने एवं पैसा खाते में वापस दिलाये जाने पर प्रसन्नता जाहिर की गई साथ ही आम नागरिको से अपील की है कि फोन पे के माध्यम से किसी अपरिचित मोबाईल नम्बर से भेजी गई लिंक को शेयर ना करें तथा ओटीपी नम्बर शेयर न करें। सावधानी ही सुरक्षा की कुंजी है।  

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