मऊगंज TI ने भाजपा उपाध्यक्ष से की अभद्रता: कॉलर पकड़कर घसीटते हुए थाने से बाहर निकाला, धरने में भाजपाई
मऊगंज थाने में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विपिन मिश्रा ने टीआई पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हुए धरना दिया। मामले में वकील संघ ने भी न्याय की मांग की है, जांच का आश्वासन मिलने पर मामला शांत हुआ।
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विपिन मिश्रा द्वारा थाना प्रभारी राजेश पटेल पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया गया है। बुधवार को, विपिन मिश्रा और उनके समर्थकों ने मऊगंज थाने का घेराव किया, जिससे मामला सुर्खियों में आ गया। विपिन मिश्रा ने बताया कि वह एक दुर्घटना के संबंध में जानकारी लेने थाने पहुंचे थे, जहां टीआई ने उनके साथ दुर्व्यवहार करते हुए उनकी कॉलर पकड़ी और उन्हें थाने से बाहर घसीटते हुए ले गए।
यह घटना जैसे ही सार्वजनिक हुई, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष हरिहर शुक्ला, और पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर थाने पहुंचे। उन्होंने मौके पर पहुंचकर तनाव को नियंत्रित किया और स्थिति को शांत करने के लिए जांच का आश्वासन दिया। अधिवक्ता संघ के जिला अध्यक्ष हरिहर प्रसाद मिश्र ने चेतावनी दी कि यदि मामले में निष्पक्षता नहीं बरती गई तो अधिवक्ता संघ हड़ताल पर जा सकता है।
सड़क हादसे से जुड़ा है मामला
मामले के सम्बन्ध में विपिन मिश्रा ने बताया कि इस विवाद की जड़ एक सड़क हादसा है। कुछ महीने पहले शाहपुर थाना क्षेत्र में एक बस दुर्घटना हुई थी, जिसमें बाइक सवार घायल हो गया था। एक ढाबा संचालक, दिल्लू प्यासी, ने बस संचालक और बाइक सवार के बीच समझौता कराया, जिसमें बस संचालक को बाइक की मरम्मत और इलाज का खर्च उठाने की सहमति बनी। इसके कुछ समय बाद दिल्लू प्यासी ने बस संचालक से मुआवजा मांगा, पर बस संचालक ने पैसे देने से मना कर दिया।
बात यहीं नहीं रुकी। बस संचालक ने मऊगंज थाने में दिल्लू प्यासी के खिलाफ जबरन बस खड़ी करवाने और 10 हजार रुपए लूटने का मामला दर्ज कराया। टीआई राजेश पटेल ने दिल्लू को थाने बुलाकर लॉकअप में बंद कर दिया, जबकि उस समय तक कोई केस दर्ज नहीं किया गया था। इसके बाद केस दर्ज किया गया, लेकिन हादसे की रिपोर्ट पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
जांच की मांग
भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा और अधिवक्ता संघ के सदस्य पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर से मिले। पुलिस अधीक्षक ने 24 घंटे के भीतर मामले की जांच का आश्वासन दिया और कहा कि यदि जांच में थाना प्रभारी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।