रीवा वासियों का कलेक्टर इलैयाराजा से प्रेम! ट्रांसफर रुकवाने के लिए एक ने तो सीएम हेल्पलाइन तक शिकायत कर दी
Rewa Collector Dr Ilayaraja T Transfer News: मंगलवार 1 फ़रवरी को जारी आईएएस ट्रांसफर लिस्ट में रीवा कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी. का नाम रीवा वासियों के गले नहीं उतर रहा है.
Rewa Collector Dr Ilayaraja T Transfer News: मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मंगलवार, 1 फ़रवरी को जारी आईएएस ट्रांसफर लिस्ट में रीवा कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी. का नाम रीवा वासियों के गले नहीं उतर रहा है. रीवावासी डॉ. इलैयाराजा टी के ट्रांसफर के विरोध में उतरने लगे हैं. एक युवक ने तो सीएम हेल्पलाइन में शिकायत तक कर डाली.
मंगलवार को जारी आईएएस स्थानांतरण सूची के अनुसार रीवा में गत 20 माह से बतौर जिलाधीश सेवा दे रहें 2009 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी का स्थानांतरण जबलपुर कलेक्टर के पद पर हो गया है. उनके स्थान पर अलीराजपुर जिले की कमान सम्हाल रहें 2011 बैच के IAS अधिकारी मनोज पुष्प को रीवा कलेक्टर बनाकर भेजा गया है. (Download Official Rewa Riyasat News App)
बहुत ही कम ऐसे अधिकारी होते हैं, जिन्हे जनता चाहती है कि वे रहें. अपने 20 माह के रीवा जिले के कार्यकाल में डॉ. इलैयाराजा टी. (Dr. Ilaiayaraja T IAS) उनमें से एक अधिकारी बन चुके हैं, जिन्हे जनता काफी प्रेम करती है. उनके कार्यों की तारीफें रीवा से भोपाल तक हो रही है. रीवा जैसे बड़े जिले में बेहद स्वच्छ छवि और जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाले कलेक्टर इलैयाराजा टी के ट्रांसफर के खिलाफ अब लोग उतरने लगे हैं. सोशल मीडिया से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक लोग विरोध दर्ज करा रहें हैं.
सीएम हेल्पलाइन पर इलैयाराजा टी का ट्रांसफर रोकने शिकायत
जानकारी मिली है कि बाणसागर रीवा निवासी एक युवक ने सीएम हेल्पलाइन में कलेक्टर इलैयाराजा टी के स्थानांतरण का विरोध जताते हुए शिकायत दर्ज कराई है. सीएम हेल्पलाइन शिकायत क्रमांक 16606044 में बाणसागर निवासी युवक प्रतीक पाण्डेय ने मांग की है कि कलेक्टर का ट्रांसफर निरस्त किया जाए, साथ ही आगामी 3 वर्षों के लिए इलैयाराजा टी को रीवा में ही पदस्थ रखा जाए, युवक ने शिकायत में यह भी कहा है कि रीवा कलेक्टर ने जिले भर में अच्छे कार्य किए है, जनता उनसे काफी खुश है और इतना जल्दी उनका तबादला नहीं किया जाना चाहिए.
बता दें डॉ. इलैयाराजा टी की पदस्थापना रीवा जिले में कोरोना काल के दौरान हुई थी. ऐसे दौर में भी उन्होंने अपने पदीय दायित्वों का बाखूबी निर्वहन किया. उन्होंने न सिर्फ जनता से जुडी समस्याओं को तवज्जो दी, बल्कि रीवा में स्वास्थ्य के प्रति भी विशेष ध्यान दिया. वे रीवा विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल के साथ कदम से कदम मिलाकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाते रहें. लम्बे समय से चौपट चल रही संजय गाँधी अस्पताल से लेकर जिला अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तक की व्यवस्थाओं को उन्होंने चुस्त दुरुस्त कर दिया. उनके कार्यकाल में उन्होंने ऐसे कई काम किए जिसकी वजह से वे जिला के राजा होने के साथ साथ जनता के भी राजा बनते गए.