REWA : विद्युत कर्मचारियों की लापरवाही के चलते दस से ज्यादा गायों की करंट की चपेट में आने से मौत
रीवा। गौवंश की रक्षा के लिए सरकार लाख कई योजनायें बनाये लेकिन जब तक विद्युत विभाग में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल नहीं कसी जायेगी तब तक गौवंश ही नहीं आमजन की मौतें होती रहेगी। विद्युत विभाग में हर साल मैंटीनेंस के लिए लाखों रुपये आते है। मैंटीनेंस तो कहीं भी नहीं दिखाई देता लेकिन अधिकारियों की रहीसी जरुर दिखाई देती है। विद्युत विभाग पश्चिम संभाग कार्यालय की कमान जब से कार्यपालन अभियंता अभिषेक शुक्ला के हाथों लगी है तब से ग्रामीण अंचल में आये दिन हादसे हो रहे। कहीं ट्रांसफार्मर सुलग रहा है तो कहीं विद्युत पोल से तार टूट कर गिर रहे हैं।
रीवा। गौवंश की रक्षा के लिए सरकार लाख कई योजनायें बनाये लेकिन जब तक विद्युत विभाग में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल नहीं कसीजायेगी तब तक गौवंश ही नहीं आमजन की मौतें होती रहेगी। विद्युत विभाग में हर साल मैंटीनेंस के लिए लाखों रुपये आते है। मैंटीनेंस तो कहीं भी नहीं दिखाई देता लेकिन अधिकारियों की रहीसी जरुर दिखाई देती है। विद्युत विभाग पश्चिम संभाग कार्यालय की कमान जब से कार्यपालन अभियंता अभिषेक शुक्ला के हाथों लगी है तब से ग्रामीण अंचल में आये दिन हादसे हो रहे। कहीं ट्रांसफार्मर सुलग रहा है तो कहीं विद्युत पोल से तार टूट कर गिर रहे हैं।
मैंटीनेंस का पैसा कहां जाता है यह तो रजाई के अंदर घुस कर मलाई खा रहे कार्यपालन अभियंता ही भली भांति बता सकते है। रविवार को सुबह सेमरिया तहसील अंतर्गत ग्राम डढिय़ा मौहरा गांव में उस समय मातम से छा गया जब गांव वालों की साथ दस गायें कार्यपालन अभियंता के भ्रष्ट्राचार की बलि चढ़ गई।
बताया जाता है कि रविवार की सुबह गांव की गायें चरने के लिए खेत में गई हुई थी। खेत में चर रही थी उसी वक्त खंभे का तार टूट कर गायों पर जा गिरा। एक साथ दस गायों के ऊपर तार गिरने से सभी की मौके पर ही मौत हो गई। इस बात की खबर जब आग की तरह गांव में फैली तो डढिय़ा मौहरा ही नहीं आसपास के गांवो में मातम से पसर गया। घटना की जानकारी विद्युत विभाग को स्थानीय लोगों ने दी।
जानकारी मिलने पर गांव की विद्युत सप्लाई बंद कर लाइनमैनों के दल ने तार को फिर से जोड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का पंचनामा तैयार कर गायों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।