रीवा: तालाब में मिली गायों की हड्डियां और कंकाल, ठंड से हुई मौत
जिले के रायपुर कर्चुलियान ब्लॉक अंतर्गत चोरगड़ी गौशाला के दर्जनों गायों और गौवंश की हड्डिया और कंकाल गौशाला के पीछे तालाब में मिला है।
रीवा: जिले के रायपुर कर्चुलियान ब्लॉक अंतर्गत चोरगड़ी गौशाला के दर्जनों गायों और गौवंश की हड्डिया और कंकाल गौशाला के पीछे तालाब में मिला है। बताते हैं कि गौशाला में ठंड से दम तोड़ती मवेशियों को गौशाला के पीछे तालाब में फेंक दिया गया था। जब बदबू फैली तो उन्हें दफना दिया गया। बताया गया है कि मौके पर 50 से अधिक गायों के कंकाल यहां मिले हैं।
इनका कहना है
सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने बताया कि गांव वालों द्वारा चोरगड़ी गौशाला में व्याप्त अव्यवस्थाओं के बारे में बताया गया था। इसी कड़ी में जब मैने चोरगड़ी गौशाला का निरीक्षण किया तो मुझे पता चला कि गौशाला में रहने वाली तकरीबन 75 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है। जिम्मेदार गायों की मौत पर पर्दा डालने के लिए उन्हें तालाब के पीछे फेंकते रहे। बदबू फैलने पर गड्ढा खोद कर उन्हें दफना दिया। तालाब के पास 25 से 30 गोवंश के कंकाल मिले हैं, जबकि 20 गायों की हड्डिया मिली है। ऐसी भी जानकारी मिली है कि कई गोवंशो की हड्डियों को ले जाकर बाजार में बेंचा गया है।
किया था निरीक्षण
रायपुर कर्चुलियान जनपद पंचायत के सीईओ प्रदीप दुबे ने बताया कि मेरी जानकारी में मवेशियों की मौत की बात सामने आई थी। सूचना मिलने पर मैने गौशाला का निरीक्षण किया। जांच में पता चला कि मरने वाली अधिकतर गायें गांव की है। गांव वाले ही गोवंश के मरने के बाद उसे लाकर तालाब में फेंक देते थे। वर्तमान समय में गौशाला की स्थिति बहुत अच्छी है। गौशाला में चारा भूसा की कोई कमी नहीं है। पशु चिकित्सक भी समय-समय पर गौशाला में जाकर मवेशियों के स्वास्थ्य की जांच करते हैं।