रीवा: विवेक का शव बदलने और शिक्षक की आत्महत्या मामले को लेकर बड़ी खबर, पढ़िए
रीवा। मनीष पटेल की मौत की जांच की तरह ही दो और जांच पर प्रशासन ने ढिलाई बरत दी। मामले की एक सप्ताह बाद भी अब तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। विवेक कुशवाहा का शव गायब होने के मामले में एक डॉक्टर पर तो गाज गिर गई, लेकिन आगे की जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई है।
शिक्षक की आत्महत्या मामले में भी कोई कार्रवाई प्रशासन नहीं कर पाया है। इन दोनों मामलों में प्रशासन की सुस्त गति से चल रही जांच ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। ज्ञात हो कि संजय गांधी अस्पताल में विवेक कुशवाहा का शव बदल गया था। किसी और के शव की जगह विवेक कुशवाहा के शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया।
जब परिजनों ने हंगामा शुरू किया तो मामले की जांच बैठा दी गई। पहली जांच मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ों की टीम ने की। इस जांच में प्रथम दृष्ट्या दोषी डॉ राकेश पटेल को माना गया। उन्हें कमिश्नर ने निलंबित कर दिया। इसके बाद विस्तृत जांच का जिमा एडीएम को सौंप दिया गया। एक दिन में जांच कर रिपोर्ट कलेटर और कमिश्नर को सौंपनी थी। एक सप्ताह से अधिक का समय हो चुका है। इसके बाद भी रिपोर्ट फाइनल नहीं हुई। अब जांच करने वाला अधिकारी ही कोविड के दायरे में आ गया है, इससे इसकी जांच में देरी तय है।