रीवा: गुस्से में आए पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल, सुपर स्पेशलिटी की निर्माण एजेंसी HSCC कम्पनी को कहा अगर काम पूरा नहीं हुआ तो...
रीवा: अधूरे कार्य यदि समय पर पूरे नहीं हुए तो सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की निर्माण एजेंसी HSCC को जुर्माना भरना होगा। ये बातें सोमवार को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आयोजित एक आवश्यक बैठक में पूर्व मंत्री एवं विधायक राजेंद्र शुक्ल ने कंपनी के जिमेदारों से कहीं।
ज्ञात हो कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का लोकार्पण आगामी 30 सितंबर को किये जाने की तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है। इसे लेकर एक आवश्यक बैठक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में हुई, जिसमें पूर्व विधायक राजेंद्र शुक्ल के अलावा संभागायुक्त राकेश कुमार जैन, कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी, नगर निगम आयुक्त मृणाल मीणा, मेडिकल कालेज के डीन डॉ एपीएस गहरवार, प्रभारी अस्पताल अधीक्षक डॉ नरेश बजाज, पीडल्यूडी के चीफ इंजीनियर इं. जीआर गुजरे, कार्यपालन यंत्री नरेन्द्र शर्मा, ईएनडी के उईके, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ सुधाकर द्विवेदी, डॉ मनोज इंदुलकर आदि उपस्थित रहे।
बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये गए कि 30 सितंबर को अस्पताल का लोकार्पण किया जाना है, इस उद्देश्य को लेकर अस्पताल संचालन के लिए आवश्यक सभी सुविधायें उपलध कराई जाएं। बैठक से पहले पूर्व मंत्री एवं प्रशासनिक अमले द्वारा अस्पताल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सुपर स्पेशलिटी से निकलने वाले नाला निर्माण के कार्य में की जा रही हीला हवाली को लेकर संबंधित अधिकारियों को कोप भाजन का शिकार होना पड़ा। इतना ही नहीं, कहा गया कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधूरे पड़े कार्य यदि 30 सितंबर के पहले नहीं पूर्ण किये गए तो निर्माण एजेंसी एचएससीसी कंपनी को जुर्माना भरना होगा।
15 सितंबर को भरे जाएंगे पैरामेडिकल स्टाफ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के संचालन के लिए अभी भी करीब 91 डॉक्टरों की आवश्यकता है। वर्तमान में केवल 9 डॉक्टरों की ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नियुक्ति हो पाई है, जिनसे यूरो, न्यूरो और कार्डियक सर्जरी प्रारंभ कर दी गई है। जहां मरीजों को लाभ भी मिलना शुरू हो गया है। साथ ही शेष डॉक्टरों के अलावा टेक्रीकल स्टाफ एवं नर्सिंग की आवश्यकता बताई गई है जिनकी पूर्ति 15 सितंबर को पैरा मेडिकल स्टाफ से करने का निर्णय लिया गया है।