REWA : गंगेव के बाद हनुमना जनपद में हुआ करोड़ों का घोटाला, रिश्तेदारों एवं नौकर की फर्म को किया गया मनमानी भुगतान

रीवा। जिले की जनपदों हुये घोटाले की परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं। गंगेव के बाद अब हनुमना में हुये करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है। बताया गया है कि जनपद पंचायत हनुमना में भी अपने चहेतों एवं फर्मो को लाभ पहुंचाने के लिये जनप्रतिनिधियों ने करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया गया। जब इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई तो कलेक्टर ने तत्काल मामले को गंभीरता से लिया और जांच कराये जाने के निर्देश दिये। यही नहीं जांच टीम के द्वारा जांच की गई एवं प्रतिवेदन भेज दिया गया किंतु अब तक कार्रवाई नहीं की जा सकी है।

Update: 2021-07-12 00:06 GMT

रीवा। जिले की जनपदों हुये घोटाले की परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं। गंगेव के बाद अब हनुमना में हुये करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है। बताया गया है कि जनपद पंचायत हनुमना में भी अपने चहेतों एवं फर्मो को लाभ पहुंचाने के लिये जनप्रतिनिधियों ने करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया गया। जब इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई तो कलेक्टर ने तत्काल मामले को गंभीरता से लिया और जांच कराये जाने के निर्देश दिये। यही नहीं जांच टीम के द्वारा जांच की गई एवं प्रतिवेदन भेज दिया गया किंतु अब तक कार्रवाई नहीं की जा सकी है।

क्या है मामला

हनुमाना जनपद पंचायत बेंडर घोटाला श्रुति ट्रेडर्स एवं परमसुख ट्रेडर्स द्वारा बगैर जीएसटी नंबर एवं बगैर किसी दुकान या संस्थान के कूट रचित बिल लगाकर करोड़ों रुपए के गबन किया गया है। इसकी शिकायत कलेक्टर जनसुनवाई में 2 फरवरी 2021 को जैलेन्द्र सिंह बन्ना द्वारा शिकायत की गई थी। इस मामले को  कलेक्टर रीवा ने गंभीरता से लिया और टीयल में लेकर टीएल क्रमांक 669448 में  मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत हनुमाना को 15 दिवस के अंदर संबंधित शिकायत की जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु आदेश किया था।

इन्हें मिली जांच की जिम्मेदारी

केपी सिंह खंड पंचायत अधिकारी, वंशमणि शुक्ला लेखापाल स्थापना एवं पीसीओ मुनिराज साकेत को नियुक्त कर विस्तृत जांच प्रतिवेदन चाहा गया जिसके परिपालन में जांच दल ने 376 पन्ने का जांच प्रतिवेदन क्रमांक 1092/05 जुलाई 20-21 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत हनुमाना को दिया  गया। जिसमें जांच दल ने यह पाया कि श्रुति ट्रेडर्स को पंच परमेश्वर मद, मनरेगा मद एवं प्रशासनिक मद से एक करोड़ 78 लाख 21 हजार 716 रुपए 88 पैसे की राशि का भुगतान, तो वही परमसुख ट्रेडर्स को एक करोड़ 42 लाख 91 हजार आठ सौ सत्तावन रुपए 48 पैसे की राशि का भुगतान किया गया है। वहीं जनपद अध्यक्षा के भतीजों एवं नौकर को विभिन्न कार्यों के नाम पर लाखों का भुगतान किया गया।

परमसुख ट्रेडर्स को किया एक करोड़ 42 लाख का भुगतान

गौरतलब है कि जनपद पंचायत हनुमाना में प्रशासनिक मद से दुरुपयोग व्यापक पैमाने पर किया गया जनपद अध्यक्ष श्रीमती सिंह द्वारा अपने रिश्तेदार जो कि कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर हनुमाना कार्यालय में पदस्थ है उनकी फर्म श्रुति ट्रेडर्स के नाम फर्म को वेंडर बनाकर उसमें करोड़ों की राशि का भुगतान किया गया अध्यक्ष द्वारा अपने परिजनों को लाभ देने के उद्देश्य से कार्यालय परिसर की पुताई से लेकर डीजल पंप, स्टेशनरी इलेक्ट्रीशियन एवं भोजनालय के नाम भुगतान किया गया। सुमित सिंह, अभिमन्यु सिंह, रोहित सिंह के नाम से लाखों रुपए का भुगतान किया गया।

श्रुति ट्रेडर्स को 1 करोड़ 61 लाख का भुगतान

फर्जी फर्म प्रति ट्रेडर्स के नाम से एक करोड़ 61 लाख 24 हजार 363 रुपये  का भुगतान पंच परमेश्वर खाते से किया गया ग्राम पंचायत मजगामा, दुगवां, दोगली, लासा,  दामोदरगढ़, करकचहा, वेलौहीकला, हटवा चक नंबर 1, हर्रई प्रताप सिंह, बिझौली, नाउन कला, कटिहरा, सगहन कला और अन्य कई पंचायतों को श्रुति ट्रेडर्स के नाम से भुगतान किया गया है।

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