भारत को विश्व गुरु बनाने में सभी वर्गों का योगदान विषय पर रीवा में राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) में भारत को विश्व गुरु बनाने में सभी वर्गों का योगदान विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ।
रीवा। प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शांतिधाम झिरिया रीवा में एक समसामयिक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका विषय, भारत को विश्व गुरु बनाने में सभी वर्गो की भूमिका रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महाराजा पुष्पराज सिंह, उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक डा. पंकज श्रीवास्तव, वरिष्ठ
पत्रकार भोपाल मधुकर द्विवेदी, ब्रम्हाकुमारी संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी माउंट आबू राजस्थान से बीके कोमल, उड़ीसा ईस्टर्न जोन की निदेशक मीडिया विंग बीके नथमल भाई, बीके डा. रीना बहन, भोपाल जोनल कोआर्डिनेटर मीडिया विंगए महाकौशल प्रांत के संपर्क प्रमुख राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघक डा. हरिश्चंद्र द्विवेदी, कांग्रेस पार्टी प्रदेश महिला कार्यकारी अध्यक्ष कविता पाण्डेय, जिला अध्यक्ष ममता सिंह, ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्विविद्यालय की क्षेत्रीय संचालिका बीके निर्मला दीदी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
इस अवसर पर 8000000000 आठ अरब दुआ की महायोजनाष् का विशेष रूप से शुभारंभ महाराजा पुष्पराज सिंह एवं अन्य सभी अतिथियों के द्वारा किया गया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि महाराजा पुष्पराज सिंह ने कहा कि इस योजना से विश्व के कोने.कोने में शांति, भाईचारा, नेकी और निर्भयता के शांति के प्रकंपन पहुंचेंगे और यह महायोजना भारत को विश्व गुरु बनाने में वरदान साबित होगी। वरिष्ठ पत्रकार मधुकर द्विवेदी व हरिश्चंद्र द्विवेदी संपर्क प्रमुख महाकौशल प्रांत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि भारत प्राचीन काल से आध्यात्मिक संस्कृति से सबसे अधिक संपन्न और शक्तिशाली राष्ट्र रहा है।
उन्होंंने कहा कि भारत संस्कृति संपन्न और गौरवमय संस्कृति वाला देश रहा है। माउंट आबू से पधारे जनसंपर्क अधिकारी बीके कोमल और उड़ीसा से पधारे बीके नथमल भाई ने कहा कि भारतीय संस्कृति का सर्वोच्च स्थान आध्यात्मिकता से है। और इसी बल पर भारत सारे विश्व की अगुवाई कर रहा है और आगे विश्व गुरु के रूप में विख्यात होगा।
डा. पंकज श्रीवास्तव उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक नेकहा कि भारत में विश्व को दान महादान देने की क्षमता है और भारत करके अवश्य दिखाएगा। कविता पांडे और ममता सिंह ने कहा कि माउंट आबू भगवान की और कर्म भूमि है वहां सबको जाना ही चाहिए जिससे मन हमारा शक्तिशाली और श्रेष्ठ कार्यो के प्रति प्रवृत्त होता है। कार्यक्रम के पश्चात विंध्य क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवियों एवं स्वयंसेवी संगठनों को सम्मानित किया गया।