भारत में सबसे महंगा और सबसे लंबा कोरोना का ईलाज रीवा के किसान का, 8 महीने में 8 करोड़ खर्च, अब हो गई मौत
किसान का 8 महीने तक देश-विदेश के डॉक्टरों ने किया ईलाज और अंत में हो गई मौत
Dharamjay Singh Mauganj News: कोरोना से संक्रामित रीवा जिले के मऊगंज थाना क्षेत्र के रकरी गांव निवासी धर्मजय सिंह का चेन्नई के अपोला हास्पिटल में ईलाज के दौरान मौत हो गई है।
उनके भाई प्रदीप सिंह ने मीडिया को बताया कि फेफड़ में इन्फ्रेशन के चलते उन्हे सबसे बड़ी अस्पताल चेन्नई के अपोलों में भर्ती कराया गया था। पिछले 8 महीने से उनका ईलाज चल रहा था। दुःखद बात यह है कि इस ईलाज के बाद भी उन्होने अपने भाई को खो दिया है।
8 करोड़ रूपये खर्च
खबरो के तहत कोरोना संक्रमण के चलते धर्मजय सिंह का फेफड़ा पूरी तरह से खराब हो गया था। डॉक्टरों ने उनके दोनो फेफड़े ट्रांसप्लटेशन किए और इसके बाद सुधार भी आया, लेकिन स्वस्थ नही हुए और मौत हो गई। इस ईलाज में लगभग 8 करोड़ रूपये खर्च किए गए है।
माना जा रहा है कि भारत में कोरोना संक्रमित मरीज का यह सबसे लम्बा एवं सबसे मंहगा ईलाज अब तक में हुआ है। इसके बाद भी किसान की जान नही बच पाई।
रीवा के रकरी गांव में रहने वाले धर्मजय के इलाज में देश के कई नामी डॉक्टरों के अलावा लंदन के डॉक्टर भी लगे थे। लेकिन किसी भी तरह से उनकी जान नहीं बचाई जा सकी और मंगलवार की रात में धर्मजय ने दम तोड़ दिया।
बेचनी पड़ी जमीन
धर्मजय के बड़े भाई प्रदीप सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके छोटे भाई के इलाज में करीब 8 करोड़ रुपये खर्च हो गए और इसके लिए उन्होंने अपनी करीब 50 एकड़ जमीन भी बेच डाली। धर्मजय के इलाज के लिए सरकार की ओर से चार लाख रुपये की मदद भी मिली लेकिन उनके इलाज का हर दिन का खर्च एक से तीन लाख का था।
बताया जाता है कि प्रदेश में धर्मजय को एक प्रगतिशील किसान के तौर पर जाना जाता था। मध्य प्रदेश के विंध्य इलाके में गुलाब और स्ट्रॉबेरी की खेती कर उन्होंने अपनी खास पहचान बनाई थी। वर्ष 2021 में 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर सूबे के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एसएफ ग्राउंड में धर्मजय को सम्मानित भी किया था।