रीवा-सीधी-सिगरौली-सतना-ललितपुर रेल परियोजना में प्रभावित किसानो को नौकरी न मिलने के कारण 5000 ने परिवार ने मांगी इच्छा मृत्यु

Rewa-Sidhi-Sigrauli-Satna-Lalitpur Railway Project: रीवा-सीधी-सिगरौली-सतना-ललितपुर रेल परियोजना के तहत जिन किसानो की भूमि अधिगृहित की गई है जिसके बदले रेलवे विभाग द्वारा मुआवजा के साथ नियुक्ति (नौकरी) देने का कानून बनाया गया था.;

Update: 2023-12-22 06:02 GMT

Rewa-Sidhi-Sigrauli-Satna-Lalitpur Railway Project: किसान नेता महेन्द्र पाण्डेय ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि विंध्य समाजवादियों की धरती है, जिसमे जमुना प्रसाद शास्त्री, जगदीश जोशी एवं श्रीनिवास तिवारी ने आन्दोलन और संघर्ष का इतिहास साक्षी रहा है। हम इस आन्दोलन को अन्तिम दम तक संघर्ष के रास्ते चलाने के लिये प्रतिबद्ध हैं, चाहे हमारे लाश पर ही विकाश रूपी ट्रेन चलाई जाय इसके लिये हम तैयार हैं, संघर्ष के लिये सत्ता की जरूरत नही है, हम अपनी मांग संवैधानिक तरीके से मनवा कर ही रहेगें।

ज्ञात हो कि रीवा-सीधी-सिगरौली-सतना-ललितपुर रेल परियोजना के तहत जिन किसानो की भूमि अधिगृहित की गई है जिसके बदले रेलवे विभाग द्वारा मुआवजा के साथ नियुक्ति (नौकरी) देने का कानून बनाया गया था उसी नियम के तहत भूमि अधिग्रहिता द्वारा फार्म भराया गया और रेलवे विभाग जबलपुर द्वारा सूची जारी की गई उसमे कुछ को नियुक्ति देने के बाद नियुक्ति की कार्यवाही लंबित रह गई है जबकि कुछ किसानो की न ही लिस्ट तैयार की गई न ही विभाग द्वारा कोई जानकारी दी जा रही है।

नियुक्ति के लिए किसानो द्वारा रेल महा प्रबंधक, मण्डल रेल प्रबंधक जबलपुर एवं अतिरिक्त मण्डल रेल प्रबंधक को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया किन्तु कोई कार्यवाही नही की गई जिससे मजबूरीवश 15 जनवरी 2023 से किसानो का शान्तीपूर्ण ढंग से रीवा, सीधी, सिगरौली, सतना, ललितपुर स्थित रेलवे का निर्माणाधीन कार्य रोक कर शान्तीपूर्ण ढंग से धरना (अनशन) किया जा रहा है, रीवा-सीधी सिगरौली सतना पन्ना ललितपुर के किसानो को शासन प्रशासन द्वारा मुकदमे लगा कर व जबरन कार्य कर परेशान किया जा रहा है, जिससे परेशान आन्दोलनकारियों प्रभावित समस्त किसानो को नौकरी न मिलने के कारण 5000 परिवार महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन पत्र के माध्यम से इच्छा मृत्यु (अत्महत्या) की अनुमति मांगी गई है।

साथ ही गोविन्दगढ़ स्थित रेलवे स्टेशन में 21 दिसम्बर 2023 से आमरण अनशन किसान नौजवानों द्वारा शुरू की जायेगी। ज्ञापन सौपने वालों मे प्रमुख रूप से किसान नेता महेन्द्र पाण्डेय, त्रम्यकेश्वर पाण्डेय, किसानी नेत्री कमला सिंह सेंगर, रामायण शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, हरीश द्विवेदी, गिरीश शुक्ला, धर्मेन्द्र सिंह, रजनीश पाण्डेय, संजय तिवारी सीधी आदि सीधी-सिंगरौली, सतना के नौजवान किसान उपस्थित रहें।

 

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