रीवा जिले में भी पैर पसारने लगा डेंगू, CMHO हुए सख्त, गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा जिले (Rewa District) में भी डेंगू (Dengue Fever) पैर पसार रहा है।
रीवा जिले (Rewa District) में लगातार बढ़ रही डेंगू रोगियों (Dengue Patients) की संख्या को देखते हुए जिले का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कड़े निर्देश जारी करते हुए जिले के निजी चिकित्सालयो तथा नर्सिंग होम संचालकों निर्देश जारी किए हैं। उनका कहना है कि अगर कोई भी निजी चिकित्सालय डेंगू से सम्बंधित जानकारी छिपाता है तो उस पर कार्रवाई की जायेगी। इसके लिए अवाश्यक है कि बुखर तथा डेंगू से जुडे हुए जानकारी स्वास्थ्य कार्यालय को दें जिससे समय रहते स्थान चिन्हित कर वहां सेंपलिंग करवाई जा सके और लोगो को समय पर इलाज की सुविधा मुहैया करवाई जाय।
डेंगू रोगियों की जानकारी दें निजी चिकित्सालय
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल मिश्रा ने संचालित सभी नर्सिंग होम तथा चिकित्सालय को निर्देशित करते हुए कहा है की बुखार से ग्रसित रोगियों की जांच निजी पैथोलॉजी में करवाने के बजाय जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज में भेजें। साथ ही कहा है कि मरीज के भर्ती की जानकारी अवश्य दें। डेंगू से संदिग्ध मरीज की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें।
15 दिन में आंकड़ा पहुंचा आधा सैकड़ा
जानकारी के अनुसार जिले में डेंगू का बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 15 दिनों में डेंगू के आधा सैकड़ा रोगी सामने आ चुके हैं। ऐसे में सीएमएचओ ने सभी से गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा है।
स्वास्थ्य विभाग के दावे
डेंगू के बढ़ते रोगियों को देखते हुए जिले का स्वास्थ्य अमला पूरी तरह से तैयार है। अस्पताल में रोगियों को भर्ती करने से लेकर दवा आदि का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। साथ ही इलाज के पूर्व जांच की उचित व्यवस्था अस्पताल में की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कहा गया है के रोगी निजी चिकित्सालयों की ओर जाने के बजाए जिला चिकित्सालय या संजय गांधी अस्पताल में जाकर अपना इलाज करवाएं।