3 बड़े हादसों के बाद भी एजेंसी ने नहीं किया सुरक्षा मानकों का पालन, रीवा कलेक्टर ने 7 दिनों के लिए रोका सेमरिया सड़क का निर्माण
रीवा कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए सेमरिया सड़क का निर्माण कार्य बंद बंद कर दिया है।
रीवा कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए सेमरिया सड़क का निर्माण कार्य बंद बंद कर दिया है। जानकारी के अनुसार रीवा के कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर मनोज पुष्प ने रीवा सेमरिया सड़क निर्माण की प्रगति तथा सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सड़क निर्माण के उच्च तकनीकी मापदण्डों के अनुरूप निर्माण एजेंसी को 120 करोड़ रूपये की सड़क निर्माण की जिम्मेदारी दी गयी है। निर्माण एजेंसी अनुबंध में दिये गये सड़क निर्माण के समय अपनाये जाने वाले सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करें।
निर्माण एजेंसी आगामी सात दिनों में सुरक्षा के समस्त उपाय कर लें तब तक सेमरिया सड़क का निर्माण कार्य बंद रहेगा। इस अवधि में किसी भी तरह का निर्माण कार्य करने का प्रयास करने वालों को जेल भेजा जायेगा। उचित सुरक्षा उपाय होने पर ही सड़क निर्माण की अनुमति दी जायेगी। सेमरिया सड़क निर्माण में सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने वालों पर प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में कलेक्टर ने मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सेमरिया सड़क निर्माण स्थलों का तत्काल भ्रमण करें। जिन स्थानों में निर्माण कार्य चल रहा है वहां पर्याप्त संख्या में संकेतक तथा बोर्ड तत्काल लगवाये। जिन स्थानों में ड्राइवर्सन बनाये गये वहां प्रकाश की उचित व्यवस्था करायें। ड्राइवर्सन से कम से कम 100 मीटर पहले ड्राइवर्सन संबंधी बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाये जिससे वाहन चालक समय रहते सचेत हो जाय।
निर्माणाधीन रोड में तीन सड़क दुर्घटनाएं होने के बावजूद निर्माण एजेंसी द्वारा सुरक्षा मानकों में लापरवाही बरती गयी। निर्माण स्थलों में ग्रीन नेट अनिवार्य रूप से लगाये। एमपीआरडीसी के अधिकारी निर्माण एजेंसी के संबंध में पूरा विवरण दो दिवस में प्रस्तुत करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि निर्माण एजेंसी की लापरवाही से दुर्घटनाएं हो रही हैं जिसके कारण कानून और व्यवस्था की स्थिति निर्मित हो रही है।
सड़क निर्माण के समय आमजनता तथा वाहन चालकों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर, एमपीआरडीसी के एजीएम उमेश सिंह तथा अंशुल करौड़िया तथा निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।