रीवा के संजय गाँधी अस्पताल पर बढ़ा कोविड मरीजों का विश्वास, इंदौर, जबलपुर समेत पड़ोसी राज्यों से इलाज के लिए आ रहें लोग
रीवा. पहली बार ऐसा हो रहा है कि विंध्य के सबसे बड़े अस्पताल की तारीफ़ चारों ओर हो रही है. रीवा के संजय गाँधी स्मृति चिकित्सालय (SGMH) पर लोगों का विश्वास बढ़ता जा रहा है.
रीवा. पहली बार ऐसा हो रहा है कि विंध्य के सबसे बड़े अस्पताल की तारीफ़ चारों ओर हो रही है. रीवा के संजय गाँधी स्मृति चिकित्सालय (SGMH) पर लोगों का विश्वास बढ़ता जा रहा है.
कई शहरों से आ रहें मरीज
यहां रीवा संभाग के अलावा इंदौर, जबलपुर, पन्ना, कटनी, छतरपुर समेत पडोसी राज्यों तक के कोरोना मरीज इलाज के लिए आ रहें हैं. इसका कारण रीवा में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता और उचित उपचार व्यवस्था माना जा रहा है. इस व्यवस्था के पीछे जनप्रतिनिधियों, कलेक्टर एवं मेडिकल कॉलेज, अस्पताल प्रशासन का बहुत बड़ा हाँथ है.
कोरोना संक्रमण काल में मरीजों का भरोसा श्यामशाह मेडिकल कालेज (Shyam Shah Medical College, Rewa) के अधीनस्थ संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Memorial Hospital) एवं कुशाभाउ ठाकरे जिला चिकित्सालय (Kushabhau Thakarey District Hospital, Rewa) के साथ नव निर्मित सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Speciality Hospital) में पदस्थ चिकित्सकों पर पहले की अपेक्षा बढ़ा है. यहां भर्ती मरीज उपचार प्राप्त कर डिस्चार्ज होने के बाद यहां के चिकित्सकों द्वारा किये गए उपचार की सराहना कर रहे हैं यहा तक कि उन्हें भगवान का दर्जा दे रहे हैं.
महत्वपूर्ण बात यह कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीज जिनका ऑक्सीजन लेवल 75 के नीचे रहा वह भी बेहतर उपचार प्राप्त करने के बाद स्वस्थ हुए हैं. इससे यह माना जा रहा है कि कोरोना जैसे संक्रमण काल में अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा बेहतर उपचार किया जा रहा है.
यही कारण है कि मेडिकल कालेज के अधीनस्थ संजय गांधी अस्पताल एवं सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मिल रही उपचार सेवाओं पर लोगों ने भरोसा जताया है. यह बात और भी प्रमाणित हो जाती है कि वर्तमान में न केवल रीवा, सीधी, सिंगरौली,सतना के मरीज यहां के अस्पताल की उपचार सेवाओं का लाभ ले रहे हैं अपितु इंदौर, जबलपुर, पन्ना, छतरपुर, कटनी और यहां तक कि पड़ोसी राज्यों से भी लोग उपचार कराने संजय गांधी अस्पताल पहुच रहे हैं और इलाज प्राप्त कर स्वस्थ भी हो रहे हैं.
ऑक्सीजन प्लांट ने बढ़ाया भरोसा
एसएस मेडिकल कालेज प्रदेश का पहला ऐसा मेडिकल कालेज बना जहां ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया. जिससे यहाँ भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन के लिए समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके चलते मरीजो की विश्वसनीयता और बढ़ी है.
इसके अलावा संजय गाँधी अस्पताल के एक पुराने ऑक्सीजन प्लांट को दुबारा शुरू किया जा रहा है साथ ही चोरहटा में एक नया ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है, जो पडोसी जिलों के अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की व्यवस्था को दुरस्त कर सकेगा.
जनप्रतिनिधियों, कलेक्टर और अस्पताल प्रशासन की सक्रियता का नतीजा
कोरोना जैसे गंभीर महामारी के बीच अस्पताल में मरीजों को उचित उपचार मिले इसके लिए शासन-प्रशासन कंधे से कंधे मिलाकर व्यवस्था में जुट गया है. जनप्रतिनिधियों ने इलाज की व्यवस्था के लिए उपकरणों का इंतजाम कराया, तो रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने उपकरणों की व्यवस्था के साथ साथ नया ऑक्सीजन प्लांट मेडिकल कॉलेज में शुरू करा दिया.
रीवा कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की सक्रियता, निरंतर निगरानी के साथ कुशल नेतृत्व ने अस्पताल प्रशासन को कोरोना से लड़ने और मरीजों के इलाज के मुहिम में लगा दिया. जिसके चलते अस्पताल के कई चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ लगातार 24 घंटे तक मरीजों की सेवा में जुट जाते हैं और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहें हैं. रीवा में एक ओर जहां तीन सैकड़ा से अधिक नए संक्रमित मिल रहें हैं, वहीं रोजाना इसी अनुपात में मरीज ठीक भी हो रहें हैं.