Black Fungus In Covid-19 Patients : ब्लैक फंगस के अटैक से Rewa में 1 और मौत

Black Fungus In Covid-19 Patients : ब्लैक फंगस के अटैक से Rewa में 1 और मौत..रीवा (Rewa News Live) : जिले में ब्लैक फंगस (Black Fungus In Covid-19 Patients) ने घातक प्रहार करना शुरू कर दिया है। संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Hospital Rewa) में भर्ती एक और मरीज की लैक फंगस ने मंगलवार शाम जान ले ली। इस तरह से ब्लैक फंगस के अटैक से जिले में दूसरी मौत हुई है। Rewa News Corona, Rewa News Live, Rewa News Today , Death in Rewa due to black fungus, black fungal infection symptoms, Black Fungus In Covid-19 Patients, Black Fungus Cases In India, Black Fungus, ब्लैक फंगस, Black Fungus in Rewa, Sanjay Gandhi Hospital Rewa, MRI Test,

Update: 2021-05-19 06:46 GMT

Black Fungus In Covid-19 Patients : ब्लैक फंगस के अटैक से Rewa में 1 और मौत

रीवा (Rewa News Live) : जिले में ब्लैक फंगस (Black Fungus In Covid-19 Patients) ने घातक प्रहार करना शुरू कर दिया है। संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Hospital Rewa) में भर्ती एक और मरीज की लैक फंगस ने मंगलवार शाम जान ले ली। इस तरह से ब्लैक फंगस के अटैक से जिले में दूसरी मौत हुई है। 

ब्लैक फंगस ने युवक के ब्रेन में अटैक किया

पहली मौत संजय गांधी अस्पताल में मैहर से रेफर कराकर लाई गई महिला मरीज की तो दूसरी सतना जिले के ही रामनगर निवासी एक युवक की मौत हुई है। भर्ती होने के दूसरे ही दिन युवक की मौत हो गई। बताया गया है कि ब्लैक फंगस ने युवक के ब्रेन में अटैक किया था। 

MRI Test के दौरान हुआ खुलासा 

अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि सतना जिले का रामनगर निवासी युवक कोरोना संक्रमित था। ऑक्सीजन  के सहारे रखकर उसका उपचार किया जा रहा था। हालत न सुधरने पर उसे सोमवार सुबह संजय गांधी अस्पताल लाया गया, जिसमें ब्लैक फंगस के लक्षण देखे गए। एमआरआई जांच (MRI Test) के दौरान युवक के ब्रेन में ब्लैक  फंगस का अटैक पाया गया। उपचार के दौरान मंगलवार शाम करीब पांच बजे उसकी मौत हो गई। 

इस घटना से कोरोना संक्रमित अन्य मरीजों में भी लैक फंगस का भय व्याप्त हो गया है। गौरतलब है कि संजय गांधी अस्पताल में लैक फंगस के लक्षण वाले दो तथा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 6 मरीज भर्ती बताये गए हैं। हालांकि इन मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक इंजेक्शन तो शासन द्वारा भेजे गए हैं, लेकिन टेबलेट के लिए अभी भी इंतजार किया जा रहा है। 

ऐसे में इस रोग से पीडि़त मरीजों का इलाज समुचित रूप से नहीं हो पा रहा है। इसके लिए आवश्यक दवाइयों का काफी अभाव है। जिले के किसी भी मेडिकल स्टोर में न तो इसके इंजेक्शन मिल रहे हैं और न ही टेबलेट। फिलहाल मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा इसके लिए शासन से मदद मंागी गई ह

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