रीवा के नाम जुड़ रही एक और उपलब्धि, प्रदेश का सबसे सुंदर, सुव्यवस्थित और 5 मंजिला न्यायालय भवन बनकर तैयार
Rewa New Court News: वह दिन दूर नहीं जब रीवा अपनी उपलब्धियों के लिए प्रदेश के साथ ही देश भर में गिना जाएगा। आने वाले एक-दो महीने में रीवा के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जोड़ने वाली है।;
वह दिन दूर नहीं जब रीवा अपनी उपलब्धियों के लिए प्रदेश के साथ ही देश भर में गिना जाएगा। कभी केवल सफेद बाघ के लिए जाना जाने वाला रीवा सोलर प्लांट के लिए मशहूर है। रेलवे का हो रहा लगातार विस्तार, सड़क मार्ग के लिए बना टनल, मध्य प्रदेश के रीवा जिला और संभागी मुख्यालय को देश और प्रदेश में पहचान दे रहा है। आने वाले एक-दो महीने में रीवा के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जोड़ने वाली है। रीवा में पांच मंजिला न्यायालय भवन लगभग बनकर तैयार हो चुका है। प्रदेश में इस तरह का न्यायालय भवन अन्य किसी जिले में नहीं है।
भव्य है भवन
रीवा का न्यायालय भवन इंजीनियरिंग कॉलेज की 15 एकड़ भूमि पर बन रहा है। पूर्व में इसका निर्माण केवल 3 मंजिला होना था। लेकिन बाद में इसमे परिवर्तन कर दिया गया। अब यह न्यायालय भवन 5 मंजिला बन रहा है। दूर से बढ़िया भवन विशालकाय नजर आता है। यह न्यायालय भवन नई तकनीक से लैस होगा। पूरे परिसर में वाईफाई दो मुख्य गेट बनाए जा रहे हैं।
भवन की भव्यता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि दूर से भी इस पांच मंजिला न्यायालय के नवीन भवन को देखा जा सकता है। बताया गया है कि इस भवन में व्यवस्थित 40 कोर्ट होंगे। सुव्यवस्थित कैंटीन बनाई गई है साथ ही ओपन पार्किंग स्पेस दिया गया है। न्यायालय भवन का निर्माण लगभग 15 एकड़ भूमि पर हो रहा है।
न्यायालय में भव्य सुसज्जित तरीके से बार रूम भी बनाया जा रहा है। न्यायालय भवन में वाईफाई की सुविधा रहेगी। न्यायालय में प्रवेश के लिए दो गेट बनाए गए हैं। एक गेट इंजीनियरिंग कॉलेज की ओर खुलेगा तो वहीं दूसरा गेट इंदिरा नगर की तरफ। लोगों को आने जाने में असुविधा न हो इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है।
95 करोड़ में बना भवन
नवीन जिला एवं सत्र न्यायालय भवन बनाने की स्वीकृति 2016 में प्राप्त हुई थी। उस समय निश्चित किया गया था कि यह भवन तीन मंजिला बनेगा। इसके लिए 73.79 करोड़ रुपए लागत आकी गई थी। लेकिन बाद में 2 फ्लोर और बढ़ा दिया गया। अब यह 5 मंजिला भवन 95 करोड़ रुपए की लागत से बनकर लगभग तैयार हो चुका है। सब कुछ ठीक रहा तो जून के महीने में कार्य पूर्ण हो जाएगा।
कॉलेज की जमीन पर बना भवन
पूर्व में न्यायालय भवन शहर के बीचो बीच स्थित है। आधुनिक तरीके से बनने वाले इस न्यायालय भवन उसी स्थान पर बनाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। ऐसे में इंजीनियरिंग कॉलेज की 15 एकड़ जमीन पर अब न्यायालय भवन बन रहा है। इसके लिए शासन द्वारा विधिवत कॉलेज की भूमि का आवंटन किया गया।