रीवा / SGMH के बाद अब सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनने लगा निशाना, मरीज के परिजनों ने की तोड़फोड़
रीवा. विंध्य के जीवनदायिनी अस्पताल संजय गांधी (SGMH) में आए दिन तोड़फोड़ होती थी, लेकिन अब मरीजों के परिजनों ने नव निर्मित सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है. बुधवार को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में मरीज के परिजनों ने तोडफ़ोड़ की गई.
रीवा. विंध्य के लोगों की जीवनदायिनी अस्पताल संजय गांधी (SGMH) में आए दिन तोड़फोड़ होती थी, लेकिन अब मरीजों के परिजनों ने नव निर्मित सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है. बुधवार को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में मरीज के परिजनों ने तोड़फोड़ की गई.
घटना की सूचना अमहिया पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने चार लोगों को पकड़ लिया. लिखित में माफी मांगने पर ही जाने दिया.
ज्ञात हो कि मरीज के परिजन सरकारी अस्पतालों को सॉफ्ट टारगेट समझते हैं. यहां तोडफ़ोड़ करते हैं. सरकारी सपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसा ही बुधवार को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में भी हुआ. दोपहर करीब 12 बजे 7 से 8 लोग एक मरीज को लेकर पहुंचे.
मरीज किसी परिजन की मौत देखकर सदमे में आ गया था. मरीज के परिजन जल्द से जल्द जांच को लेकर दबाव बना रहे थे. इसी दौरान एक किशोर ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ कर दी. कांच तोड़ दिया. परिजन हंगामा करने लगे.
मौके पर पहुंची पुलिस
इस दौरान सुरक्षा गार्ड और अस्पताल का स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया. उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने. हंगामा करते रहे. इसी दौरान अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी डॉ अक्षय श्रीवास्तव ने इसकी सूचना अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल को दे दी. तुरंत ही मौके पर पुलिस पहुंच गई. और तो लोग भाग निकले लेकिन चार लोग पकड़े गए. इन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और लिखित में माफी मांगी. इसके बाद उन्हें छोड़ा गया.
जो तोड़फोड़ करे उसी से कराएं भरपाई
सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई आवश्यक है. आए दिन अस्पतालों में ऐसी स्थिति निर्मित होती है. मरीजों के परिजन अस्पतालों में तोड़फोड़ करते हैं, ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कानूनी कार्रवाई करने के साथ साथ उनसे ही नुकसान की भरपाई कराई जानी चाहिए.