मुंबई से आई TRAIN में REWA के 32 लोगो की जगह उतर आए 850 यात्री फिर हुआ ये..
सतना। मुंबई से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से चलकर यहां पहुंचे SATNA समेत 6 जिलों के 1400 यात्री रविवार की शाम स्थानीय जिला प्रशासन के लिए उस वक्त बड़ी चुनौती बन गए, जब पता चला कि TRAIN में सवार सबसे ज्यादा 850 यात्री तो अकेले रीवा जिले के हैं। जबकि रेलवे ने जिला प्रशासन को इस टे्रन में रीवा के सिर्फ 32 यात्रियों के सफर करने की जानकारी दी थी। इसी मान से रीवा ने यहां एक बस भेज दी थी,मगर यहां मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुईं।
सीधी-शहडोल ने जहां एक भी बस नहीं भेजी थी, वहीं इसी श्रमिक एक्सप्रेस में भोपाल, ग्वालियर और रतलाम के भी श्रमिक सवार थे। इसी बीच खबर है कि इस टे्र्रन से आए सतना जिले के तकरीबन एक दर्जन यात्रियों को रेंडम सेंपलिंग के लिए चिन्हित करते हुए क्वारेंटीन करने का निर्णय लिया गया।
लोकमान्य तिलक टर्मिनस मुंबई से यहां आई श्रमिक स्पेशल टे्रन में रीवा के 850, सतना के 500 और 50 अन्य सीधी, शहडोल, भोपाल-रतलाम और ग्वालियर के यात्री भी सवार थे। सवाल ये उठा कि एक साथ उतरे 1400 यात्रियों को आखिर उनके गंतव्य तक कैसे पहुंचाया जाए। स्थानीय प्रशासन ने स्टेशन में जरुरत के हिसाब से 22 बसें लगा रखी थी।
रीवा के लिए भी एक बस उपलब्ध थी, जबकि 850 यात्री जाने को तैयार बैठे थे। अंतत: आनन फानन में रीवा के लिए 12 बसों का इंतजाम किया गया। इसके अलावा 8 अन्य बसें बुलाई गईं। रीवा जा रही बसों में सीधी-शहडोल के यात्री समायोजित किए गए। श्रमिकों को भोपाल से लेकर आई एक बस से भोपाल और रतलाम के यात्रियों को भेजा गया। देर रात ग्वालियर के यात्रियों को भी भेजे जाने की कवायद चलती रही।[signoff]