रीवा जिले के 5 सरकारी महाविद्यालयों को 2एफ और 12बी की मान्यता नहीं, यह पड़ रहा असर
Rewa News: एमपी के रीवा जिले में 5 सरकारी महाविद्यालयों के पास 2एफ और 12बी की मान्यता नहीं है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा तय मान्यता न होने पर संबंधित महाविद्यालयों का नैक मूल्यांकन नहीं हो सकता।
एमपी के रीवा जिले में 5 सरकारी महाविद्यालयों के पास 2एफ और 12बी की मान्यता नहीं है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा तय मान्यता न होने पर संबंधित महाविद्यालयों का नैक मूल्यांकन नहीं हो सकता, फिर भी उच्च शिक्षा विभाग ऐसे सभी महाविद्यालयों को नैक मूल्यांकन कराने के लिए हर माह निर्देशित कर रहा है। संबंधित महाविद्यालयों के पास स्वयं का भूमि.भवनए नियमित स्टॉफ व अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर न होने पर उक्त मान्यता नहीं है। लिहाजा सरकार ऐसे महाविद्यालयों को मूलभूत सुविधा देने के बजाय हर साल नये महाविद्यालय खोलने की घोषणा करती जा रही है।
शैक्षणिक गुणवत्ता हो रही प्रभावित
गौरतलब है कि अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा क्षेत्रीय कार्यालय रीवा संभाग अंतर्गत 76 सरकारी महाविद्यालय हैं। जबकि रीवा जिले में 18 सरकारी महाविद्यालय हैं, जिनमें से 5 महाविद्यालयों के पास भूमि-भवन नहीं है। ऐसे ही एडी रीवा अंतर्गत भूमि भवन विहीन सरकारी महाविद्यालयों की संख्या 33 है। इन सभी महाविद्यालयों में मूलभूत सुविधा न होने से शैक्षणिक गुणवत्ता खासी प्रभावित हो रही है। लिहाजा ऐसा भी प्रतीत होता है कि इन महाविद्यालयों को केवल कागज में दिखाने के लिए खोला गया है।
यूजीसी से नहीं मिल रही आर्थिक मदद
बताते हैं कि इन महाविद्यालयों को आज तक यूजीसी से किसी तरह का अनुदान भी नहीं मिला। चूंकि संबंधित महाविद्यालयों के पास 2एफ और 12बी की मान्यता नहीं है। इसलिए यूजीसी से संबंधित महाविद्यालयों को किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही। इधर वर्षों से इन महाविद्यालयों को राज्य शासन की ओर से भी ठेंगा ही मिला है। उच्च शिक्षा विभाग की मासिक बैठकें भोपाल में होती रहती है। लगभग हर बैठक में नैक मूल्यांकन संबंधी चर्चा होती है। विगत माह हुई ऐसी एक बैठक में सभी महाविद्यालयों की एसएसआर रिपोर्ट नैक बोर्ड भेजने के लिए कहा गया। अब चूंकि भूमि-भवन विहीन महाविद्यालयों के पास 2एफ और 12बी की मान्यता ही नहीं है ऐसे में वह नैक बोर्ड को एसएसआर रिपोर्ट भेजने की पात्रता ही नहीं रखते। फिर भी वरिष्ठ अधिकारी इन कमियों की अनदेखी सालों से करते आ रहे हैं।
इन महाविद्यालयों का बुरा हाल
उच्च शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेजों को 2एफ और 12बी की मान्यता के लिए यूजीसी के समक्ष आवेदन भी करने के लिए कहा है। अब विभाग के इस निर्देश का पालन करने में भी कॉलेज प्रबंधन हिचक रहे हैं। रीवा जिले में शासकीय महाविद्यालय गोविंदगढ़ को 2एफए 12बी की मान्यता नहीं है। हालांकि महाविद्यालय प्रबंधन को हाल ही में जिला प्रशासन ने 5 एकड़ भूमि आवंटित की है। इसी तरह शासकीय महाविद्यालय सेमरिया व नष्टगवां भी 2एफए 12बी की मान्यता से विहीन हैं। इस फेहरिस्त में दो और नये नाम बैकुण्ठपुर व हनुमना कॉलेज के भी जुड़ गये हैं।