India Will Chair The G20 Meeting: दुनिया के शक्तिशाली G 20 देशों की एक साल तक भारत करेगा अध्यक्षता
India Will Chair The G20 Meeting: G 20 में भारत समेत वो शक्तिशाली देश शामिल हैं जिनकी पूरी दुनिया की DGP में 85% हिस्सेदारी है और 75% व्यापर है
India Will Chair The G20 Meeting: भारत अगले एक साल तक G 20 देशों की अध्यक्षता करेगा। इस बीच पीएम मोदी दुनिया के 20 सबसे पॉवरफुल देशों के प्रतिनिधियों की 200 बैठकों को लीड करेंगे। G 20 में ऐसे 20 देश हैं जो दुनिया की 85% GDP रखते हैं और पूरे विश्व में 75% व्यापार इन्ही देशों से होता है.
पीएम मोदी 1 दिसम्बर 2022 से लेकर 30 नवंबर 2023 तक G 20 की 200 बैठकों के अध्यक्ष होंगे। यह बैठकें दुनियाभर में आयोजित होंगी। इसकी जानकारी भारत के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने 13 सितम्बर को प्रेस नोट जारी करते हुए दी है.
G 20 क्या है (G 20 Kya Hai)
What Is G 20: G 20 का फुल फॉर्म है Group 20. मतलब दुनिया के ऐसे 20 ताकतवर देश जिनपर पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था टिकी हुई है. इन देशों कि GDP मतलब पूरी दुनिया की 85% जीडीपी है. ये देश दुनिया का 75% व्यापर करते हैं. इन्ही देशों में पूरी दुनिया की दो तिहाई आबादी रहती है.
G 20 में कौन से देश हैं
Countries Of G 20: G-20 के सदस्यों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं. G 20 की स्थापना 1999 में हुई थी.
पहली बार भारत को मिला मौका
पीएम नरेंद्र मोदी के रहते हुए ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत को G 20 देशों की अध्यक्षता करने का मौका मिला है. भारत G 20 के ट्रोइका (Troika) का मेंबर है. ट्रोइका मेंG 20 के मौजा और पहले अध्यक्ष बन चुके और बनने वाले देश शामिल होते हैं. अभी G 20 Troika में भारत, इंडोनेशिया और इटली शामिल हैं. जब भारत G 20 की अध्यक्षता करेगा जब ट्रोइका में भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील हिस्सा होंगे। यह पहला मौका होगा जब ट्रोइका में तीन विकासशील देश और उभरती अर्धव्यवस्थओं वाले देश होंगे।
G 20 में भारत के पडोसी देश भी आमंत्रित होंगे
G 20 की बैठकों में अध्यक्ष देश अपने मित्र देशों को आमंत्रित कर सकता है. इस बार कमान पीएम मोदी के हाथ में है. इसी लिए अब G 20 देशों में भारत अपने मित्र देश जैसे बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात को आमंत्रित करेगा.