Experts opinion: शार्प रिकवरी के समय रियल एस्टेट में निवेश करना चाहिए या नहीं? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

आधिकारिक सर्वे के अनुसार, वर्ष 2021 में 2.5% की मामूली दर से औसत संपत्ति (Real Estate)की कीमतें बढ़ीं.

Update: 2022-04-19 12:22 GMT

Experts Opinion: शार्प रिकवरी के समय रियल एस्टेट में निवेश करना चाहिए या नहीं? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स बहुत दिनों से चल रही लगातार गिरावट के बाद भारत के शेयर मार्केट में रियल एस्टेट की तरफ से एक तेज रिकवरी का संकेत मिल रहा है. रिसर्च जिसे एनारॉक (Anarock) में पब्लिश किया गया था, के अनुसार इस वर्ष की पहली तिमाही में, भारत के टॉप 7 शहरों में कुल हाउसिंग सेल्स की बात करें तो ये थी 99,500 यूनिट थी , जबकि वर्ष 2021 की इसी अवधि में सेल्स थी 58,000 यूनिट। इस वर्ष की सेल्स पिछले वर्ष के मुकाबले बहुत ज्यादा थी. नए लॉन्च की बात करें तो वर्ष 2022 की पहली तिमाही में इसकी कुल संख्या 89,000 यूनिट से अधिक है, जबकि पिछले वर्ष की इसी समय कुल 62,000 यूनिट नए लॉन्च हुए थे। इस वर्ष के लॉन्च भी पिछले वर्ष से अधिक है.

ऊपर दिए गए आकड़ों से इस बात का पता चलता है कि इस समय रियल एस्टेट की स्थिति काफी मजबूत है और ये संभावना है कि ये मजबूत वसूली और विकास की लंबी पारी खेलने के लिए एकदम तैयार है.

क्या कहता है सर्वे?

आधिकारिक सर्वे के अनुसार, वर्ष 2021 में 2.5% की मामूली दर से औसत संपत्ति की कीमतें बढ़ीं. वर्ष 2022 में ऐसी उम्मीद की जा रही हैं की औसत कीमतें लगभग 6-8% तक बढ़ेगी. ऐसी संभावना है कि कीमतों में यह उतार-चढ़ाव 2024 तक जारी रहेगा. आइए जानते हैं कि रियल स्टेट मे इस समय निवेश करना चाहिए या नहीं-

क्या इस समय रियल एस्टेट में निवेश करना चाहिए?

शुभम कहते हैं, "चूंकि रियल एस्टेट अभी कुछ समय पहले मेनस्ट्रीम में नहीं थी लेकिन अब ये एक बार फिर से मेनस्ट्रीम में जुड़ गई है. यह निवेशको के लिए निवेश करने का सही समय है. खासकर उन लोगों के लिए जो अपना पैसा लगाने के लिए एक जोखिम-मुक्त संपत्ति तलाश कर रहे हैं. इस समय कीमतें भी कम हैं और कैपिटल ग्रोथ (Capital Growth) के लिए अच्छा स्थान है. निवेशक आने वाले 2-3 सालों में आसानी से लगभग 16-22 % का कैपिटल गेन (Capital Gain) कमा सकते है."

ठीक इसी तरह से रियल एस्टेट (Real Estate) के क्षेत्र में भी आवर्ती किराये की आय बनाने और आयकर रिटर्न में लाभ प्राप्त करने के प्रॉफिट को जोड़ा गया है. आपको बता दें कि पैदावार के दृष्टिकोण से देखा जाए तो आवासीय से औसत किराये की पैदावार काफी मध्यम है और अधिकतर 2-4 की सीमा में है. हालांकि, विशेष संपत्ति वर्ग, उदाहरण के लिए रेंटल होम, स्टूडेंट हाउसिंग, और को लिविंग स्पेस उच्च किराए का रिटर्न दे सकती है.

निवेशक जल्दी उठायें योजनाओं का लाभ;

सेल्स में गिरावट न आए इसके लिए कोविड के दौरान, भारत के कुछ मुख्य डेवलपर्स ने कैश डिस्काउंट, फ्री पार्किंग स्पेस और सुनिश्चित किराया जैसी आकर्षक पेमेंट स्कीम पेश की . लेकिन ऐसा अनुमान है कि जब मार्केट के सामान्य हो जाएगी तो उन्हें वापस ले लिया जाएगा. इसलिए वेट न करते हुए अब निवेशकों को उनका उपयोग करना चाहिए.

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