Jammu Encounter: प्रधानमंत्री के दौरे से पहले बड़ी आंतकी कार्रवाई, जबाब में सुरक्षा बलो ने दो आंतकियों को किया ढ़ेर
देश के जम्मू में सुंजवां और चड्ढा आर्मी कैंप के पास सुरक्षबलों पर आतंकियों ने फायरिंग की
Jammu Encounter News: देश के जम्मू राज्य स्थित सुंजवां और चड्ढा आर्मी कैंप के पास सुरक्षबलों पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी। जिसके बाद सेना के जवानों ने जबाबी कार्रवाई की और दो आंतकियों को ढ़ेर कर दिया है। आंतकियों के इस हमले से सीआईएसएफ के एक एएसआई एसपी पटेल इस एनकाउंटर में शहीद हो गए है, तो वही 5 जवान घायल हैं। इतना ही नही बठिंडी में भी आतंकी हमला किया गया है।
पीएम के दौरा से पहले हमला
जानाकरी के तहत दो दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जम्मू में दौरा प्रस्तावित है। सीआईएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों से मिले भारी गोलाबारूद से लगता है कि ये फिदायीन आतंकी थे। ये प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले कोई बड़ा हमला करने की फिराक में थे।
अल सुबह हुई मुठभेड़
खबरों के तहत आंतकियों के होने की सूचना पर सुरक्षा बल सुंजवां कैंप के पास सुबह तकरीबन 4.15 बजे पहुचे थें। जहां आतंकवादियों ने सुरक्षा बलो पर हमला कर दिया। दोनो तरफ से जमकर फायरिंग हुई, जिसमें दो आतकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
अर्मी के बस पर किया हमला
जम्मू में ही दूसरा हमला चड्ढा आर्मी कैंप के पास आतंकवादियों ने 4.15 बजे आर्मी के वाहन मे किया। हमला उस समय हुआ जब जवानों को लेकर बस ड्यूटी पर ले जा रही थी। जवाबी फायरिंग के बाद आतंकी भाग गए। आर्मी का सभी जगह सर्च ऑपरेशन जारी है।
बारामुला में भी एनकाउंटर
राज्य के बारामुला में जारी एनकाउंटर में 4 आतंकवादी मारे गए हैं। बुधवार रात यहां मुठभेड़ शुरू हुई थी। इसके बाद आतंकियों को घेर लिया गया था। गुरुवार को सुरक्षा बलों ने लश्कर कमांडर यूसुफ कुंतरू समेत 3 आतंकवादियों को ढेर किया था। आतंकियों के पास से हथियार और गोला बारूद भी बरामद हुआ था। बारामूला में भी एनकाउंटर जारी है।
एनकाउंटर में ये हुए 5 घायल
एनकाउंटर में शहीद हुए जवान की पहचान एएसआई एसपी पटेल के रूप में हुई है। वहीं हेड कांस्टेबल बलराज सिंह, एसपीओं साहिल शर्मा, हेड कांस्टेबल प्रमोद पात्रा, कांस्टेबल आमिर सोरेन और एक अन्य जवान घायल हो गए हैं।
याद आई 2018 की घटना
ज्ञात हो कि 10 फरवरी 2018 में सुंजवां के आर्मी कैंप पर जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन दस्ते ने हमला कर दिया था। इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे। अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि जो आतंकी छिपे हैं, वे 2018 जैसी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे, लेकिन सेना के हाई अलर्ट पर होने की वजह से ऐसा नहीं हो सका।