एक साल में 1.63 लाख लोगों ने भारत छोड़ दिया और दूसरे देशों की नागरिकता लेली

भारत की नागरिकता क्यों छोड़ रहे भारतीय: साल 2015 से अबतक 9.46 लाख लोग भारत छोड़कर दूसरे देशों में रहने के लिए चले गए हैं

Update: 2022-07-20 13:10 GMT

भारत की नागरिकता क्यों छोड़ रहे भारतीय: मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स ने भारत की नागरिकता छोड़ दूसरे देशों में सेटल होने वाले लोगों के तजा आंकड़े जारी किये हैं. पिछले साल 2021 में 1.63 लाख भारतीयों ने भारत की नागरिकता छोड़कर दूसरे देशों में हमेशा के लिए जा बसे हैं. साल 2015 लेकर 2021 तक टोटल 9.46 लाख लोगों ने हमेशा के लिए भारत को अलविदा कर दिया है और दूसरे देशों के नागरिक बन गए हैं. 

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की नागरिकता ले रहे 

2019 और 2020 में भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या 1,44,017 और  85,256 है.  2021 में, 1.63 लाख में से लगभग आधे  नागरिकता त्यागने वाले 78,284 भारतीयों को USA  में नागरिकता मिली, इसके बाद 23,533 ने ऑस्ट्रेलिया में नागरिकता ली,  कनाडा में 21,597 लोग जा बसे और यूके में 14,637 भारतीयों ने सिटिजनशिप लेली। 

कितने विदेशियों ने भारत की नागरिकता ली 

MHA  में टोटल 10 हज़ार 645 विदेशी लोगों ने साल 2016 से 2020 के बीच भारत की नागरिकता ली है। जिनमे से अधिकतम 7782 लोग पाकिस्तानी सिख और हिन्दू हैं. वहीं 795 लोग अफ़ग़ानिस्तानी थे.  

विदेशों में कितने भारतीय रहते हैं 

MHA के अनुसार दुनियाभर के देशों में एक करोड़ तेंतीस लाख 83 हज़ार 718 लोग विदेशों में रहते हैं जो मूल रूप से भारतीय हैं. 

भारत क्यों छोड़ रहे भारतीय 

इसके पीछे कोई एक कारण नहीं है अमीर लोग जिनके पास बहुत पैसा है वो अच्छा जीवन जीने के लिए दूसरे देशों में सेटल हो रहे हैं. भारत में आरक्षण, अपराध, लेट लतीफी से भरी कानून व्यवस्था, अन्याय, भी देश छोड़ने का कारण है. हालांकि इन कारणों से ही देश छोड़ कर लोग विदेशों की नागरिकता ले रहे हैं यह स्पष्ट नहीं है. लेकिन यह कारण भी हो सकते हैं. अच्छा जीवन जीना सभी का अधिकार है. 



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