पिता ने शादी तय की तो बेटी भाग गई, नाराज लड़के वालों ने भाई को किडनैप किया और कहा - 'लड़की लाओ, बेटा ले जाओ'
पिता का तय किया हुआ रिश्ता बेटी को रास नहीं आया तो वह घर छोड़ भाग गई. पर लड़के वालों ने लड़की के भाई को अपहृत कर लिया और कहा - 'लड़की लाओ, बेटा ले जाओ', या फिर पैसे पहुंचाओ.
मध्य प्रदेश के गुना जिले से एक अजीबोगरीब आपराधिक मामला सामने आ रहा है. पिता की तय की हुई शादी से नाखुश एक बेटी घर से भाग जाती है. नाराज लड़के वाले लड़की के भाई को अपहरित कर लेते हैं, और कहते हैं 'लड़की लाओ, बेटा ले जाओ' या फिर पैसे भरो.
मामला पुलिस तक पहुंचा. पिता ने पुलिस से शिकायत कर बेटे को छुड़वाने और बेटी को खोजने की बात कही. वहीं पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या है मामला
दरअसल, 26 जुलाई 2020 को आरोन क्षेत्र के मरेठिया गांव निवासी बापूलाल (55) पिता अमर सिंह भील ने बेटे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. उसका कहना था कि उसके 8 बच्चे हैं. इनमें 4 की शादी हो चुकी है. एक लड़की की शादी की बात सावन भादौ के फूल सिंह के लड़के से करीब डेढ़ महीने पहले तय की थी. रिश्ता तय होने के कुछ दिनों बाद बेटी घर पर बिना बताए कहीं चली गई. पता चला कि वह राजस्थान की ओर गई है. मैंने इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई.
लड़की के कहीं चले जाने की बात जब फूल सिंह को पता चली तो वह मेरे घर आए. उसके साथ रमेश, पूरन, सुल्तान, करण सिंह, मोहर सिंह भी थे. उन्होंने मेरे बेटे शिवराज से कहा कि गौमुख सिद्ध बाबा के पास पंचायत में चलना है. इसके बाद वे मेरे बेटे को फूल सिंह के घर ले गए. उन्होंने मेरे बेटे को बंधक बना लिया और समाज के लोगों से संदेशा भिजवाया कि जब तक उन्हें लड़की नहीं मिलेगी, वे लड़के को नहीं लौटाएंगे.
बापूलाल का कहना है कि उसने बेटे को छुड़ाने की गुहार पंचायत से भी लगाई. कुछ दिनों बाद तो फूल सिंह ने पंचायत मे आना ही बंद कर दिया. वह बोला कि ऐसे लड़का नहीं देगा. या तो लड़की लाकर दो या झगड़ा तोड़ो. वह बिना किसी विवाद के बेटे को छुड़ाने की कोशिश में लगा रहा, पर फूल सिंह मानने को तैयार ही नहीं है. इसके बाद उसने 6 लोगों पर अपहरण का मामला दर्ज करवाया.
पुलिस ने दबिश देकर लड़के को छुड़ाया
मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने सावन भादौ गांव में दबिश देकर बापूलाल के लड़के को छुड़ाया, हालांकि आरोपी मौके से फरार हो गए थे. कुछ दिनों बाद एक आरोपी गिरफ्त में आ गया. फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए SP ने 4 हजार के इनाम की घोषणा कर दी.
लगातार सर्चिंग के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी रिजौदा गांव में आए हुए हैं. इस पर एक टीम ने घेराबंदी कर रमेश भील (35), पूरन भील (42), मोहर सिंह (45) और सुल्तान (42) शामिल निवासी सावन भादौ को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया.
पूरी कुप्रथा समझिए
मध्यप्रदेश के मालवांचल में 'झगड़ा' की मूल जड़ बाल विवाह है. बचपन में ही लड़की की शादी कर दी जाती है. बालिग होने पर बच्चियों को ससुराल भेजा जाता है. अब अगर ऐसे में लड़की ससुराल जाने से इनकार कर दे या लड़का ही लड़की को रखने से मना कर दे तो दोनों ही स्थिति में आफत लड़की वालों पर टूटती है. रिश्ता खत्म करने के बदले लड़के वाले पंचायत बुलाकर मोटी रकम मांगते हैं. लड़की वालों पर दबाव बनाने के लिए लड़के वाले लड़की के गांव में फसलों और घरों में आग तक लगा देते हैं. ये छूट उन्हें समाज की पंचायत ही देती है. इतना ही नहीं, गांव के जिन लोगों का नुकसान होता है, वो भी लड़के वालों की पैरवी करते हैं और अपने नुकसान की भरपाई लड़की वालों से ही मांगते हैं. इस मामले में बचपन में शादी नहीं हुई है. डेढ़ महीने पहले शादी तय हुई थी.