विकास यात्राः अफसरों व नेताओं को सीएम ने दी नसीहत, औपचारिकता नहीं निभाना है लोगों को ऐसा लगे कि सेवा करने आए हैं
MP News: मध्यप्रदेश में विकास यात्रा का शुभारंभ 5 फरवरी से होना है। जिसको तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टर्स, कमिश्नर, मंत्रियों, विधायकों से लेकर वार्ड और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों से चर्चा की।
मध्यप्रदेश में विकास यात्रा का शुभारंभ 5 फरवरी से होना है। जिसको तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टर्स, कमिश्नर, मंत्रियों, विधायकों से लेकर वार्ड और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों से चर्चा की। इस दौरान सीएम ने नसीहत भी दी कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए। विकास यात्रा में अफसर व नेता औपचारिकता नहीं निभाएं। गांवों में जब विकास यात्रा पहुंचे तो लोगों को यह लगना चाहिए कि वह उनकी सेवा करने के लिए आए हैं।
विकास और जनता की सेवा पहली प्राथमिकता
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास यात्रा के माध्यम से विकास और जन कल्याण के कामों को लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि जनता की सेवा और विकास उनकी प्राथमिकता है। वीसी के माध्यम से सीएम ने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए कि इस यात्रा में औपचारिकता न निभाई जाए। हमें उड़न छू यात्रा नहीं करनी कि गए और पांच मिनट में भी भाषण देकर वहां से निकल गए। लोगों को यह लगे कि सेवा के लिए आए हैं और सेवा करना है जो रह गए हैं उनके नाम इस दौरान जोड़े जाने हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 66 करोड़ की सिंचाई योजनाओं पर काम चल रहा है। घर-घर पानी देने के लिए नल-जल योजनाओं में 56 हजार करोड़ रुपए के काम चल रहे हैं। एक सरकार ऐसी भी आई थी जिसके द्वारा वित आयोग का पैसा पंचायतों को देना बंद कर दिया गया था। नए सरपंच यह नहीं जानते होंगे। मैंने आते ही सबसे पहले वह पैसा रिलीज करके पंचायतों को दिया था।
यात्रा के दौरान एक स्थान पर देने होंगे दो घंटे
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि विकास यात्रा जहां भी पहुंचेगी वहां एक स्थान पर कम से कम दो घंटे देना अनिवार्य है। यह यात्रा 21 दिन चलेगी। एक दिन में यदि पांच गावों की यात्रा की जाती है तो इसमें दस घंटे देने होंगे। इस दौरान यदि किसी को यह लगता है कि यात्रा 21 दिन के बाद भी चलानी है तो वह चला सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति से संवाद के लिए यह आवश्यक है कि यात्रा में वार्ड पार्षद, मेयर, अध्यक्ष, सरपंच, उप सरपंच, पंच से लेकर जनपद, जिला पंचायत के के सदस्य, अध्यक्षों के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि इसमें अपनी भागीदारी निभाएं।
विकास यात्रा में यह होगा
विकास यात्रा के दौरान जिस योजना का हितलाभ बांटा जा सकता है उसे दिया जाएगा। योजनाओं से जिनके नाम छूट गए हैं उनके नाम जोड़े जाएंगे। यदि पीएम आवास योजना का कोई मकान पूरा हो गया है तो उसमें गृह प्रवेश कराए जाएंगे। लाडली लक्ष्मी सम्मेलन, महिला एसएचजी सम्मेलन होंगे। स्कूल, आंगनबाड़ी, आश्रम, शाला, छात्रावास में रुककर चर्चा करने के साथ ही व्यवस्थाएं देखी जाएंगी। गांव, वार्ड में यदि कोई बच्चा ऐसा हो जिनके माता-पिता न हों उनकी मासिक पेंशन से लेकर भोजन, शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। योजनाओं के लाभ से हितग्राहियों के जीवन में क्या बदलाव है उसके वीडियो बनाए जाएंगे। हितग्राहियों से संवाद, बीमा की योजनाएं के फार्म भरवाए जाएंगे। यदि ऐसा लगता है कि कोई जायज व्यक्ति छूट गया है और उसके इलाज की व्यवस्था होना तो दिव्यांग, बुजुर्ग के आवेदन लिए जाएंगे। विकास कार्यों का शिलान्यास, लोकार्पण के बारे में जनता को पूरी जानकारी दी जाएगी।