MP के 20 जिलों में बेमौसम बारिश-ओलावृष्टि से फसलों को व्यापक नुकसान, CM शिवराज ने किया ऐलान प्रति हेक्टेयर देंगे ₹32000
MP Weather News: मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश एवं ओलावृष्टि का दौर जारी है। जिसके चलते प्रदेश के अन्नदाता परेशान हैं।
मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश एवं ओलावृष्टि का दौर जारी है। जिसके चलते प्रदेश के अन्नदाता परेशान हैं। कई जिलों में किसान भाइयों को ओलावृष्टि के चलते भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा हैं। इसी बीच प्रदेश के लाखो किसानो के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है। बता दें की प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज ने किसानो को ले कर महत्वपूर्ण घोषणाएं किये हैं।
जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज सागर जिले के बीना तहसील के ग्राम रूसल्ला पहुँच कर ओला-वृष्टि से किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों का खेतों में जाकर जायजा लिया। उन्होंने किसान वीरेंद्र पटेल के खेत में क्षतिग्रस्त फसलों को देखा। मुख्यमंत्री ने ग्राम रूसल्ला के किसानों को ढाँढस बंधाया और कहा कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ है।
राज्य सरकार संकट के इस दौर में किसानों की आँखों में आँसू नहीं आने देगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कमिश्नर और कलेक्टर को क्षतिग्रस्त हुई फसलों का पूरी प्रमाणिकता और ईमानदारी के साथ सर्वे कराकर प्रभावितों की सूची पंचायत कार्यालय में चस्पा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन किसानों को आपत्ति हो या कोई संशोधन कराना चाहे तो वे करा सकेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के 20 जिलों में बेमौसम बारिश और ओला-वृष्टि से किसानों की फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। सागर जिले के खुरई, नरयावली, बीना क्षेत्रों में भी फसलों को नुकसान पहुँचा है। उन्होंने कहा कि कृषि, राजस्व और पंचायत विभाग के संयुक्त दल द्वारा सर्वे के बाद मुआवजा राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि दिल मत दुखाना और आँखों में आँसू मत आने देना, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आपके साथ है।
मुख्यमंत्री चौहान ने एक अन्य खेत में भी पहुँच कर अंकुरित हो चुकी गेहूँ और चना की फसल का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों से कहा कि संकट की इस घड़ी में वे धैर्य रखें। हमारे किसान दिन-रात मेहनत करते हैं, खून-पसीना बहाते हैं, तब बड़ी मुश्किल के बाद फसल तैयार होती है। फसल तैयार होने पर किसान प्रसन्न होते हैं। ओला-वृष्टि होने से किसानों की उम्मीदें धूमिल होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की घड़ी में मैं किसानों के साथ खड़ा हूँ। गेहूँ, चना और मसूर की 50 प्रतिशत से ज्यादा फसल नुकसान होने पर प्रति हेक्टेयर 32 हजार रूपए की राशि दी जाएगी। फसल बीमा का कार्य भी साथ में चलेगा। राहत राशि जो किसी अन्य राज्य में नहीं मिलती, वह मध्यप्रदेश सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने फसलों का सर्वे सेटेलाइट से भी करवाने के निर्देश दिए।